फांसी पर लटके इंजीनियर को छह मिनट तक नीचे से पकड़े रही पत्नी
आइआइटी आइएसएम धनबाद के एक्सक्यूटिव डिपार्टमेंट सेंटर (ईडीसी) में रविवार दोपहर फांसी लगानेवाले इंजीनियर अमित कुमार दुर्गापुर मिशन अस्पताल के आइसीयू में भर्ती हैं।
धनबाद, जेएनएन। आइआइटी आइएसएम धनबाद के एक्सक्यूटिव डिपार्टमेंट सेंटर (ईडीसी) में रविवार दोपहर फांसी लगाने वाले इंजीनियर अमित कुमार दुर्गापुर मिशन अस्पताल के आइसीयू में भर्ती हैं। उनका इलाज कर रहे चिकित्सक डॉ. शांतनु दास के अनुसार उनकी स्थिति में भी लगातार सुधार हो रहा है। अगर इसी तरह सुधार होता रहा तो बुधवार को जनरल वार्ड में भी शिफ्ट किया जा सकता है। फिलहाल बातचीत करने में उसे दिक्कत आ रही है। जल्द ही वह अच्छे ढंग से बात करने लगेंगे। शरीर में संक्रमण का खतरा है, जिसे दूर करने के लिए दवा दी जा रही है।
मंगलवार को भी अमित के पिता एके राय, भाई व बहन के अलावा ससुर सच्चिदा प्रसाद सिंह व अन्य रिश्तेदार भी अस्पताल में उनकी हालत की जानकारी लेते रहे। उनसे जाकर भी मुलाकात की। अब भी आइसीयू में रखा गया है।
छह मिनट तक अमित को पकड़े रही मेरी बेटी
रविवार की दोपहर दोनों में किसी बात को लेकर बहस हुई थी। उसके बाद ज्योति गेस्ट हाउस के कमरे से बाहर आ गई थी। उसी समय अमित ने फंदा लगाकर आत्महत्या की कोशिश की। कमरे से आवाज आने पर ज्योति दौड़कर अंदर गई। पिता सच्चिदासिंह प्रसाद ने कहा कि मेरी बेटी अमित के पैर को नीचे से सहारा देकर बचाने की कोशिश करती रहीं। करीब छह मिनट तक मेरी बेटी उसे वैसे ही ऊपर की ओर धकेल कर रखी एवं आवाज देती रही, लेकिन उस समय तक कोई कर्मी वहां नहीं आया। उसके बाद किसी तरह उसका फंदा खोलने का प्रयास की। तब तक कुछ कर्मी आ गए एवं उसे उतारकर अस्पताल में भर्ती करवाया।
अहम में आकर खुदकशी का किया प्रयास
अमित कुमार ने किन कारणों से खुदकशी का प्रयास किया, इस बारे में उसके परिजन खुल कर बोलना नहीं चाह रहे है। उनके पिता एके राय ने कहा कि दोनों पति-पत्नी पढ़े लिखे है, उसी में कोई विवाद होने पर अहम में आकर खुदकुशी का प्रयास किया होगा। अनुमान किया जा रहा है कि पारिवारिक विवाद में यह घटना हुई हो। गेस्ट हाउस की बढ़ी सुरक्षा: आइआइटी आइएसएम के इडीसी गेस्ट हाउस में इंजीनियर पति अमित कुमार द्वारा रविवार को किए गए आत्महत्या के प्रयास के बाद आइएसएम प्रबंधन ने सभी गेस्ट हाउस की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। गेस्ट हाउस में एहतियात के तौर पर सुरक्षाकर्मियों की संख्या अधिक कर दी गई है।