किसान आंदोलन के समर्थन में दिया धरना
निरसा किसान आंदोलन के समर्थन में वाम जनवादी संयुक्त मोर्चा ने सोमवार को निरसा प्रखंड कार्यालय
निरसा : किसान आंदोलन के समर्थन में वाम जनवादी संयुक्त मोर्चा ने सोमवार को निरसा प्रखंड कार्यालय के समक्ष धरना दिया। वक्ताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने पहले तो देश के सार्वजनिक संस्थानों को निजीकरण कर निजी मालिकों के हाथों में देने का रास्ता साफ किया। अब कृषि क्षेत्र को भी निजी मालिकों के हाथों में देने के लिए रास्ता बना रही है। तीन किसान विरोधी बिल लाकर कृषि क्षेत्र को निजी मालिकों के हाथों में देने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। किसान 26 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। इसमें अब तक 65 किसान शहीद हो चुके हैं, लेकिन सरकार तानाशाही रवैया अपनाए हुए है। सरकार वार्ता कर केवल समय बिताने का काम कर रही है। किसान आजादी की दूसरी लड़ाई लड़ रहे हैं। किसानों के हित से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। किसान अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं। हक मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा। केंद्र सरकार को जल्द से जल्द कृषि कानून को वापस लेना चाहिए।
निरसा में वाम जनवादी संयुक्त मोर्चा ने किसानों के आंदोलन के पक्ष मे आंदोलन तेज करने का आह्वान किया है। धरना की अध्यक्षता आगम राम व संचालन संतोष घोष ने किया।
मौके पर उपेंद्र सिंह, कार्तिक दत्ता, गणेश धर, डीएन यादव, डीएन सिंह, नागेंद्र कुमार, बादल बाउरी, अजीत मिश्रा, जियाउल हुसैन, रंजन सिंह, दिल मोहम्मद, हरेंद्र सिंह, गोपाल दास, कपिलदेव प्रसाद, दहारू यादव, जितेंद्र शर्मा, हैदर अंसारी, मो. समसुद्दीन, अर्जुन भूइया, सुशील गोराई, जगदीश शर्मा, सुरेश दास, गणेश महतो, रामलखन राय, छवि धर, अंजू चटर्जी आदि मौजूद थे।