भाजपा की विकास कथा रोकने को झाविमो-झामुमो तैयार
झारखंड मुक्ति मोर्चा और झारखंड विकास मोर्चा अपने-अपने तरीके से सरकार की विफलताओं और जन विरोधी निर्णयों से लोगों को अवगत कराने में जुटे हैं।
धनबाद, बलवंत कुमार। 2019 के चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बीते चार साल की केंद्र और राज्य सरकार की विकास कथा को जन-जन तक पहुंचाने में लगी हुई है। भाजपा के इस वार को रोकने की तैयारी वैसे तो सभी विपक्षी दलों ने कर रखी है, लेकिन इस मामले में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) आगे हैं। दोनों ही दल अपने-अपने तरीके से सरकार की विफलताओं और जन विरोधी निर्णयों से लोगों को अवगत कराने में जुटे हैं। पूरे देश में भाजपा को रोकने के लिए सभी विपक्षी दल एक हो रहे हैं। इससे हटकर झारखंड में भी कुछ ऐसा ही दृश्य है।
भाजपा के सांसद, विधायक, जिलाध्यक्ष समेत तमाम नेता हर सभा और संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों का बखान करते हैं। साथ ही, धनबाद के परिपेक्ष्य में सिंदरी उर्वरक कारखाना का जीर्णोद्धार विकास की सबसे बड़ी भेंट कहा जा रहा है। बिजली के लिए वितरण प्रणाली को दुरुस्त करने की बात है तो आइएसएम को आइआइटी का दर्जा दिलाना बड़ी उपलब्धियों में शुमार है।
झामुमो ने शुरू किया चलो गांव की ओर, खोलो सरकार की पोल
इसके इतर अब बात झामुमो और झाविमो की करें तो नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने पूरे राज्य में 'चलो गांव की ओर, खोलो सरकार की पोल' नामक कार्यक्रम चला रखा है। इस संबंध में पार्टी के जिला सचिव पवन महतो ने बताया कि सरकार ने विकास कार्यों से कहीं ज्यादा जन विरोधी निर्णय लेने का काम किया है। इनमें स्थानीयता, सीएनटी-एसपीटी एक्ट से छेड़छाड़ शामिल है। जो सीधे तौर पर राज्य के एक-एक लोग को प्रभावित करती है। इसके अलावा स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, कृषि की भी समस्याएं व्यापक पैमाने पर है। जिनका निदान भाजपा नहीं कर सकी। पार्टी कार्यक्रम के तहत गांवों में जाकर सीधे लोगों से जन संवाद कायम किया जा रहा है और लोगों को सरकार की खामियों के संबंध में जानकारी दी जा रही है। साथ ही, हेमंत सोरेन के 14 माह के कार्यकाल से भी लोगों को अवगत कराया जा रहा है। इसी कड़ी में लगातार सात दिनों तक पार्टी की ओर से जिला से लेकर प्रखंड स्तर तक विरोध प्रदर्शन किया गया है।
झाविमो की छोटी टोलियां कर रही गांवों का भ्रमण
झामुमो से अलग झाविमो ने अपने तरीके से जनता के बीच जाने का कार्य किया। धनबाद में संपन्न हुए कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की छोटी टोलियां बनायी गई। इन टोलियों का काम ग्रामीणों के बीच जाकर सरकार की विफलताओं को बताने की जिम्मेदारी दी गई। इसके अलावा प्रत्येक प्रखंड में विरोध प्रदर्शन के कार्यक्रम आयोजित किए गए। पार्टी के प्रधान महासचिव प्रदीप यादव ने कहा कि सरकार जनता के पैसों का दुरुपयोग कर रही है। वर्ष 2011 में जहां पीआरटी का बजट महज 1.5 करोड़ था, आज वह 351 करोड़ है। पांच साल पूर्व तक यह 15 करोड़ के आसपास हुआ करता था। भाजपा की विकास कथा को रोकने के लिए झाविमो कार्यकर्ता लोगों को उन मामलों की याद दिलाने का काम कर रहे हैं जो सरकार आज तक नहीं कर सकी है। झाविमो के वरिष्ठ नेता प्रदीप यादव का दावा है कि आगामी चुनाव में भाजपा के झूठ का पर्दाफाश होगा।