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SHAJ ने 8 लेन रोड निर्माण शुरू करने का दिया सुझाव, क्या मानेगी हेमंत सरकार

417 करोड़ की विश्व बैंक पोषित इस सड़क की लागत पहले ही कम की जा चुकी है। गोल बिल्डिंग से लेकर कांकोमठ तक यह सड़क अब 337 करोड़ रुपये में बननी है। 220 करोड़ रुपये मिल चुके हैं।

By MritunjayEdited By: Published: Thu, 29 Oct 2020 03:13 PM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 03:13 PM (IST)
SHAJ ने 8 लेन रोड निर्माण शुरू करने का दिया सुझाव, क्या मानेगी हेमंत सरकार
निर्माण रोके जाने के बाद बदहाल 8 लेन रोड का नजारा।

धनबाद, जेएनएन। झारखंड की पहली आठ लेन (फोर लेन सड़क, दो सर्विस लेन और दो साइकिल ट्रैक) सड़क निर्माण की उम्मीद एक बार फिर जग गई है। गोल बिल्डिंग से कांको मठ तक 20 किमी सड़क में कटौती की जाए या पहले की तरह ही बरकरार रखा जाए। इसे लेकर राज्य सरकार ने स्टेट हाईवे अथॉरिटी ऑफ झारखंड (साज) से सुझाव मांगा था। साज ने आठ लेन सड़क में कटौती से भविष्य में होने वाली समस्याएं गिनाकर मजबूत पक्ष के साथ राज्य सरकार को सुझाव भेज दिया है। पहले की तरह आठ लेन सड़क निर्माण कराने की सिफारिश राज्य सरकार से की गई है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक मामला मुख्यमंत्री तक पहुंच चुका है। जल्द ही इस मामले में राज्य सरकार आदेश जारी कर सकती है। 

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उपायुक्त ने सिर्फ 46 करोड़ बचाने लिए फोरलेन निर्माण की अनुशंसा की थी

आठ लेन सड़क निर्माण को लेकर कई बार बैठक हो चुकी है। मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचने के बाद पिछले महीने पांच सदस्यीय कमेटी ने सड़क की उपयोगिता की जांच की थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर उपायुक्त ने पिछले महीने 24 सितंबर को राज्य सरकार को आठ लेन सड़क में कटौती कर फोरलेन निर्माण की अनुशंसा की थी। रिपोर्ट में बताया गया था कि फोरलेन निर्माण से लगभग 46 करोड़ रुपये की बचत होगी। सिर्फ 46 करोड़ की बचत के लिए आठ लेन सड़क से फुट ओवरब्रिज, सर्विस लेन और साईकिल ट्रैक हटा दिया था। हालांकि इसे लेकर सोशल मीडिया पर खूब किरकिरी भी हुई। 

पहले ही कम की जा चुकी लागत

417 करोड़ की विश्व बैंक पोषित इस सड़क की लागत पहले ही कम की जा चुकी है। गोल बिङ्क्षल्डग से लेकर कांकोमठ तक यह सड़क अब 337 करोड़ रुपये में बननी है। 220 करोड़ रुपये मिल चुके हैं। इसमें से 60 करोड़ रुपये स्टेट हाईवे अथॉरिटी ऑफ झारखंड यानी साज को स्थानांतरित किया जा चुका है। 160 करोड़ रुपये अभी भी जिले में पड़े हैं। निर्माण के एवज में दोनों कंस्ट्रक्शन कंपनी शिवालय कंस्ट्रक्शन कंपनी और त्रिवेणी कंस्ट्रक्शन को लगभग नौ करोड़ रुपये का भुगतान भी कर दिया गया है।

20 किमी की सड़क में बन चुके तालाबनुमा गड्ढे, भैंस कर रहे स्वीमिंग

पहले कोरोना की वजह से काम बंद रहा। फिर राज्य सरकार के आदेश पर काम रोक दिया गया। काम बंद होने के बाद से आठ लेन सड़क वीरान है। न मजदूर दिख रहे हैं, न बड़ी-बड़ी मशीन। पुल बनाने के लिए जिन जगहों पर बड़े गड्ढे खोदे गए हैं, वहां पीएचईडी की पाइपलाइन लिकेज है। इससे गड्ढे अब तालाब का रूप ले चुके हैं। इनमें अक्सर भैंसें नहाती हुई दिखती हैं।

आठ लेन सड़क में क्या-क्या प्रस्तावित 

  •  417 करोड़ रुपये में 337 करोड़ रुपये सड़क निर्माण पर खर्च
  • 42 करोड़ रुपये पानी पाइप, बिजली, टेलीफोन व अन्य पाइप की शिफ्टिंग में खर्च
  • ट्री प्लांटेशन में 5.91 करोड़ रुपये खर्च
  • भूली व आगे डिनोबिली स्कूल के पास दो फुट ओवरब्रिज
  • एक बड़ा पुल, चार छोटा पुल व 41 कलवर्ट
  • 20 किमी तक 45 मीटर चौड़ी आठ लेन सड़क बनाने की योजना
  • गोल बिल्डिंग से बिनोद बिहारी चौक (11.70 किमी) तक शिवालय कंस्ट्रक्शन कंपनी के जिम्मे निर्माण का काम
  •  त्रिवेणी कंस्ट्रक्शन के जिम्मे बिनोद बिहारी चौक से कांकोमठ 11.70 से 20 किमी तक

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