Move to Jagran APP

आदिवासी संस्कृति को बचाने के लिए युवा पीढ़ी आएं आगे

सोमवार को दक्षिणी टुंडी व पूर्वी टुंडी में आदिवासी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। दक्षिणी टुंडी के सपारो गांव में आयोजित सोहराय मिलन समारोह 40 गांवों के लोगों ने भाग लिया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Jan 2020 08:57 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jan 2020 08:57 PM (IST)
आदिवासी संस्कृति को बचाने के लिए युवा पीढ़ी आएं आगे
आदिवासी संस्कृति को बचाने के लिए युवा पीढ़ी आएं आगे

टुंडी/पूर्वी टुंडी : सोमवार को दक्षिणी टुंडी व पूर्वी टुंडी में आदिवासी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। दक्षिणी टुंडी के सपारो गांव में आयोजित सोहराय मिलन समारोह 40 गांवों के लोगों ने भाग लिया। आदिवासी संस्कृति नृत्य प्रतियोगिता में 12 टीमों ने भाग लिया। इसमें प्रथम स्थान बस्तीकुल्ही, दूसरा स्थान बनतौड़ व तीसरा स्थान आसनबनी को प्राप्त हुआ। झामुमो जिला सचिव मीणा हेंब्रम ने विजेता व उपविजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। आदिवासी संस्कृति को बचाने के लिए युवा पीढ़ी आगे आए। शिक्षा के क्षेत्र में नई पीढ़ी को आगे बढ़ाने का काम करें। शिक्षा से ही समाज का उत्थान संभव है। इस दौरान संतोष मुर्मू, राजेंद्र मुर्मू, नारायण मुर्मू, साहेब राम मुर्मू आदि मौजूद थे। पूर्वी टुंडी के रामकनाली में नेहरू युवा केंद्र की ओर से जिला स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें कई गांवों से आए हुए आदिवासी दलों ने भाग लेते हुए पारंपरिक आदिवासी नृत्य गान प्रस्तुत किया। जिप सदस्य सुनील मुर्मू व मुखिया सुनीता हेंब्रम ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली टीमों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में अविनाथ हेंब्रम, पुष्पा मरांडी, प्रदीप मरांडी, लक्ष्मण, विशाखा, राजू, विकास मुर्मू आदि का सराहनीय योगदान रहा।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.