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Single family tale: बेटा-बहू दिल्ली में, गिरिडीह में अकेली रह रही मां की घर में सड़ी-गली लाश मिली

Single family tale घर से दुर्गंध निकलने पर पड़ोसियों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने जब दरवाजा खोला तो सभी अवाक रह गए।

By MritunjayEdited By: Published: Wed, 16 Sep 2020 12:31 PM (IST)Updated: Wed, 16 Sep 2020 12:31 PM (IST)
Single family tale: बेटा-बहू दिल्ली में, गिरिडीह में अकेली रह रही मां की घर में सड़ी-गली लाश मिली
Single family tale: बेटा-बहू दिल्ली में, गिरिडीह में अकेली रह रही मां की घर में सड़ी-गली लाश मिली

गिरिडीह, जेएनएन। Single family tale एकल परिवार की एक स्तब्ध करने वाली तस्वीर गिरिडीह के गावां में देखने को मिली। घर में अकेली रह रही 55 वर्षीय महिला की सड़ी-गली लाश फंदे से लटकती हुई मिली। शव को देख अनुमान लगाया जा रहा है कि लाश पांच-छह दिन पुरानी है। अजीब बात यह है कि दिल्ली में रह रहे बेटा-बहू को मां की याद तक नहीं आई और न ही किसी तरह की बातचीत हुई। घर से दुर्गंध निकलने पर पड़ोसियों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने मंगलवार को जब दरवाजा खोला तो सभी अवाक रह गए। 

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गांवा की रहने वाली कमली देवी की तीन बेटी व एक बेटा है। बेटा राजकुमार चौधरी दिल्ली में रहकर मजदूरी करता है। बहू भी उसके साथ दिल्ली में ही रहती है। तीनों बेटियां शादीशुदा हैं, जिनमें से बड़ी बेटी अपनी ससुराल कामता नीमाडीह, मंझली बेटी सतगावां के बजनियां व छोटी बेटी गुडिय़ा देवी बासोडीह में रहती है। घटना की सूचना पाकर घर पहुंची तीनों बेटी व दामाद पहुंचकर रोने बिलखने लगे। बेटियां बार-बार यही कह रही थी कि कितना बुलाते थे कि उसके घर आ जाओ, अकेली मत रहो पर नहीं मानती थी। बेटा हर माह खर्च भेज दिया करता था फिर आखिर ऐसी क्या नौबत आ गई कि महिला ने फांसी लगा ली। 

कमली देवी को आखिरी बार बुधवार को गावां हाट बाजार में खरीदारी करते हुए ग्रामीणों ने देखा था। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि बुधवार को ही महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। घर का दरवाजा अंदर से बंद रहने के कारण लोगों को पता नहीं चल सका। 

पहले भी कर चुकी थी आत्महत्या की कोशिश

पुलिस आत्महत्या के कारणों का पता लगाने में जुटी है। इस बीच महिला के बेटे राजकुमार चौधरी ने फोन पर दैनिक जागरण को बताया कि करीब छह माह पूर्व भी उसकी मां ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की थी। हालांकि, जहर खाने के बाद खुद से फोन किया था कि वह अब मर जाएगी। इसके बाद आनन-फानन में आसपास के लोग व रिश्तेदारों को सूचना दी। लोग अस्पताल ले गए और उनकी जान बची। यह भी बताया कि वह मां को प्रतिमाह खर्च के लिए पांच हजार रुपये भेजता था। बावजूद सवाल उठ रहे कि बूढ़ी मां को अकेली क्यों छोड़ दिया था। पांच-छह दिनों से सुध क्यों नहीं ली। 

बंद कमरे के अंदर रस्सी से झूलते हुए महिला का शव मिला है। शव में कीड़े लगे हुए थे। इससे प्रतीत होता है कि महिला की मौत 5-6 दिन पहले ही हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सही कारण पता चल पाएगा। 

-विजय केरकेट्टा. थाना प्रभारी गांवा।


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