राजसभा चुनाव से पहले गिरफ्तारी से बचने के लिए सिंदरी विधायक का कोर्ट में आत्मसमर्पण, जमानत Dhanbad News
राजसभा चुनाव से पहले गिरफ्तारी से बचने के लिए सिंदरी के विधायक इंद्रजीत महतो ने मंगलवार को धनबाद कोर्ट में आत्मसमर्पण किया। इसके बाद कोर्ट से उन्हें जमानत मिल गई।
धनबाद, जेएनएन। लॉकडाउन उल्लंघन के एक मामले में सिन्दरी के विधायक इंद्रजीत महतो ने बुधवार को धनबाद की अदालत में सरेंडर किया। धनबाद के प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी रवि नारायण की अदालत ने अधिवक्ता राधेश्याम गोस्वामी की दलील सुनने के बाद विधायक को जमानत पर मुक्त करने का आदेश दिया है। 19 जून को राज्यसभा चुनाव है। चुनाव को प्रभावित करने के लिए महतो की गिरफ्तारी हो सकती थी। इसकी भनक मिलने के बाद महतो ने कोर्ट में आत्म समर्पण कर जमानत ले ली।
अंचल अधिकारी गोविन्दपुर वंदना भारती की शिकायत पर विधायक के विरुद्ध बरवाअड्डा थाने में लॉकडाउन उल्लंघन के विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। प्राथमिकी के मुताबिक 21 मई 2020 को इंद्रजीत महतो ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर गाजे-बाजे के साथ नारा लगाते हुए बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के वनतोड़ गांव में बिजली विभाग द्वारा लगाए गए ट्रांसफार्मर का उद्घाटन किया था। प्राथमिकी के मुताबिक यह सरकार द्वारा जारी लॉकडाउन का उल्लंघन था। कोर्ट से जमानत मिलने के बाद भाजपा और विधायक महतो-दोनों ने राहत की सांस ली है।
19 जून को राज्यसभा चुनाव है। चुनाव में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश प्रत्याशी हैं। उन्हें चुनाव जीतने के लिए 27 विधायकों का समर्थन चाहिए। फिलहाल भाजपा के पास जीत के लिए समुचित संख्या है लेकिन सत्ता पक्ष की ओर से जोड़-तोड़ की राजनीति चल रही है। इससे भाजपा चिंतित हो उठी है। आजसू के दो विधायक हैं। दोनों ने भाजपा को समर्थन देने की घोषणा की है। इस बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आजसू प्रमुख सुदेश महतो से मुलाकात की है। इसके बाद आजसू के समर्थन को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। इसीलिए भाजपा अपने सभी 26 विधायकों की मतदान में भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए जुट गई है।
सिंदरी के विधायक इंद्रजीत महतो का आरोप है कि मंगलवार की रात कुछ पुलिसकर्मी उनके घर के आसपास देखे गए। वे उनके घर की रेकी कर रहे थे। इसे विधायक राज्यसभा चुनाव को जोड़कर देख रहे हैं। उन्हें लगा कि चुनाव से पहले उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। इसके बाद बुधवार की सुबह धनबाद कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। कोर्ट से उन्हें जमानत भी मिल गई है।