Shramik Special: तेलंगाना से प्रवासियों की घर वापसी जारी, 1496 को लेकर फिर आई श्रमिक स्पेशल ट्रेन
धनबाद के 25 सहित झारखंड के विभिन्न जिलों के 1496 प्रवासी श्रमिकों को लेकर नांबुरु से विशेष ट्रेन संख्या 07218 धनबाद पहुंची। धनबाद के 25 प्रवासी श्रमिकों को क्वारंटाइन कर दिया गया।
धनबाद, जेएनएन। लॉकडाउन में फंसे झारखंड के प्रवासी मजदूरों की घर वापसी जारी है। मजदूरों को लेकर प्रतिदिन श्रमिक स्पेशल ट्रेनें झारखंड पहुंच रहीं हैं। सबसे ज्यादा ट्रेनें गुजरात, तेलंगाना, केरल और कर्नाटक से प्रवासियों को लेकर आ रहीं हैं। देश ही पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन तेलंगाना से ही झारखंड की राजधानी रांची के बीच चली थी। तेलंगाना के नांबुरु से चलकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन सोमवार को धनबाद रेलवे स्टेशन पहुंची। इस पर झारखंड के 1496 प्रवास सवार थे।
धनबाद के 25 सहित झारखंड के विभिन्न जिलों के 1496 प्रवासी श्रमिकों को लेकर नांबुरु से विशेष ट्रेन संख्या 07218 धनबाद पहुंची। 24 बोगियों वाली विशेष ट्रेन में धनबाद, बोकारो, रामगढ़, रांची, सरायकेला सहित झारखंड के विभिन्न जिलों के 1496 प्रवासी श्रमिक धनबाद पहुंचें। प्रवासी श्रमिकों को सबसे आगे और सबसे पीछे वाली एक साथ 2 बोगियों से शारीरिक दूरी बनाकर प्लेटफार्म पर उतारा गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा थर्मल स्क्रीनिंग की गई। सैनिटाइजर से हैंड वॉश कराए गए और मास्क दिया गया। फूड पैकेट एवं पानी देकर उन्हें संबंधित जिले की बसों में बैठाया गया। उपायुक्त अमित कुमार ने धनबाद के 25 प्रवासी श्रमिकों को इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती करने का निर्देश दिया है।
यहां के पहुंचे प्रवासी श्रमिक
धनबाद के 25, बोकारो के 52, चतरा 87, देवघर के 36, दुमका के 25, पूर्वी सिंहभूम के 78, गढ़वा के 178, गिरिडीह के 98, गोड्डा के 68, हजारीबाग के 86, जामताड़ा के 8, खरसावां के 3, खूंटी के 2, कोडरमा के 29, लातेहार के 60, लोहरदगा के 31, पाकुड़ के 14, पलामू के 313, रामगढ़ के 27, रांची के 25, साहिबगंज के 30, सरायकेला 9, सिमडेगा के 18, पश्चिम सिंहभूम के 194 प्रवासी श्रमिक धनबाद पहुंचे।
प्रवासी श्रमिकों को संबंधित जिले में भेजने के लिए 62 वाहनों का किया गया प्रबंध
धनबाद सहित झारखंड के विभिन्न जिलों के प्रवासी श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए उपायुक्त अमित कुमार के निर्देश पर जिला परिवहन पदाधिकारी ओम प्रकाश यादव ने 71 वाहनों का प्रबंध किया।
ये नोडल पदाधिकारी थे उपस्थित
चतरा, बोकारो, दुमका, देवघर के लिए जिला गव्य विकास पदाधिकारी, पूर्वी सिंहभूम, गढ़वा, गिरिडीह के लिए जिला कृषि पदाधिकारी, गोड्डा, हजारीबाग, जामताड़ा, खरसावां, खूंटी, कोडरमा, लातेहार के लिए जिला भू संरक्षण पदाधिकारी, पलामू, सरायकेला, सिमडेगा के लिए जिला उद्यान पदाधिकारी तथा लोहरदगा, पाकुड़, रामगढ़, रांची, साहिबगंज एवं पश्चिम सिंहभूम के लिए जिला मत्स्य पदाधिकारी नोडल पदाधिकारी के रूप में उपस्थित थे।धनधन