8 लेन रोड पर फिर छाया ग्रहण, अनैतिक दबाव से परेशान शिवालय कंस्ट्रक्शन ने खड़े किए हाथ Dhanbad News
337 करोड़ की लागत से बनने वाली 20 किमी लंबी सड़क में से 11.20 किलोमीटर सड़क का निर्माण शिवालय कंस्ट्रक्शन कंपनी के जिम्मे ही है। गोल बिल्डिंग से बिनोद बिहारी चौक तक 8 लेन सड़क का निर्माण इसी कंपनी को करना है।
धनबाद, जेएनएन। धनबाद में बन रही आठ लेन सड़क पहले तो माननीयों के चक्कर में महीनों फंसी रही। कभी लिंक रोड के चौड़ीकरण तो कभी फिजूलखर्ची बता कर अड़ंगा लगते रहे। अब जब महीनों बाद काम शुरू हुआ तो ठेका कंपनी के नखरे शुरू हो गए। 28 नवंबर से ही आठ लेन सड़क का दोबारा निर्माण शुरू हो गया है। पर इसके आधे हिस्से में काम करने वाली त्रिवेणी कंस्ट्रक्शन कंपनी ही काम करने पहुंची है। बाकी हिस्से की सड़क बनाने वाली शिवालय कंस्ट्रक्शन कंपनी ने अब इस प्रोजेक्ट पर काम करने से इन्कार दिया गया है। कंपनी ने स्टेट हाईवे अथॉरिटी ऑफ झारखंड यानी साज को काम न करने को लेकर पत्र भी सौंप दिया है।
जून, 2020 से ठप है निर्माण कार्य
गोल बिल्डिंग से कांको मठ तक 20 किलोमीटर लंबी आठ लेन सड़क प्रोजेक्ट पिछली सरकार की है। काम शुरू होने के बाद सरकार बदल गई और परियोजना पर अड़ंगा लगना शुरू हो गया। इस बीच विधायकों ने इस सड़क का विरोध शुरू कर दिया। इस वजह से जून से सड़क निर्माण पर राज्य सरकार ने रोक लगा दी। विरोध शुरू होने पर सड़क की उपयोगिता जांची गई। धनबाद डीसी ने सड़क की उपयोगिता जांच कराकर उसे 4-लेन करने की अनुशंसा सरकार को भेज दी। डीसी की रिपोर्ट पर 8 लेन सड़क को 4-लेन करने की घोषणा भी हो गई। फिर इसी बीच साज से भी एक रिपोर्ट मंगवाई गई और उसी के आधार पर फिर से 8-लेन सड़क की अनुमति दे दी गई। अब जब राज्य सरकार राजी हुई तो कंस्ट्रक्शन कंपनी ने हाथ खड़े कर दिए।
11.20 किमी सड़क का महत्वपूर्ण हिस्सा इसी कंपनी के जिम्मे
337 करोड़ की लागत से बनने वाली 20 किमी लंबी सड़क में से 11.20 किलोमीटर सड़क का निर्माण शिवालय कंस्ट्रक्शन कंपनी के जिम्मे ही है। गोल बिल्डिंग से बिनोद बिहारी चौक तक 8 लेन सड़क का निर्माण इसी कंपनी को करना है। बिनोद बिहारी चौक से कांको मठ तक शेष हिस्से का निर्माण त्रिवेणी कंस्ट्रक्शन कंपनी को करना है। त्रिवेणी ने 28 नवंबर से ही काम शुरू कर दिया है। सूत्र बताते हैं कि शिवालय कंस्ट्रक्शन कंपनी को झारखंड के एनएचएआइ के दो बड़े प्रोजेक्ट मिल गए हैं। कंपनी ने उन दोनों प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया है। इस वजह से 8-लेन सड़क निर्माण में रुचि नहीं ले रही है।
नए सिरे से तैयार करना होगा प्राक्कलन, रिटेंडर भी
शिवालय कंस्ट्रक्शन कंपनी अगर सड़क निर्माण के लिए राजी नहीं होती है तो साज को नए सिरे से प्राक्कलन तैयार करना होगा। गोल बिल्डिंग से बिनोद बिहारी महतो चौक तक जितना काम हो चुका है, उसके अनुसार रिटेंडर भी करना होगा। जानकार बताते हैं कि पहले ही प्रोजेक्ट काफी लेट हो चुका है। अब नए सिरे से प्राक्कलन और टेंडर में लगभग छह महीने और लग जाएंगे।
सिस्टम का नहीं मिल रहा सपोर्ट
शिवालय कंस्ट्रक्शन कंपनी ने निर्माण कार्य शुरू नहीं करने के पीछे खुलकर तो कुछ नहीं कहा है लेकिन इसके पीछे अनैतिक दबाव बताया जा रहा है। सिस्टम का सर्पोट नहीं मिल रहा है। झारखंड में सत्ता परिवर्तन के बाद से सिस्टम बदल गया है। नए सिस्टम को कंपनी से नई उम्मीद है। कंपनी का कहना है कि 8 महीने तक निर्माण ठप होने से काफी नुकसान हुआ है। ऊपर से अनैतिक दबाव जायज नहीं है।