कोरोना से चली गई थी अंशधारक की जान, ईएसआइ ने शुरू की मदद
कोरोना संक्रमण काल में गोविदपुर निवासी संदीप चंद्रा और मिट्ठू रोड निवासी देवेंद्र सिंह की मौत कोरोना से हो गई थी। घर के मुखिया की मौत होने के बाद स्वजनों के समक्ष रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई थी।
धनबाद : कोरोना संक्रमण काल में गोविदपुर निवासी संदीप चंद्रा और मिट्ठू रोड निवासी देवेंद्र सिंह की मौत कोरोना से हो गई थी। घर के मुखिया की मौत होने के बाद स्वजनों के समक्ष रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई थी। अब कर्मचारी राज्य बीमा निगम ने इन दो अंशधारकों को पेंशन दिया है। शाखा प्रबंधक मोहम्मद गयासुद्दीन हसन ने बताया कि सरकार की ओर से वैसे अंशधारक जिनकी कोरोना काल में मौत हो गई है, उसके लिए अलग से सेवा प्रदान की जा रहे हैं, ताकि उनके स्वजनों को कि दुख की इस घड़ी में मदद मिल पाए। धारक के हर दिन की हाजिरी का 90 फीसद राशि पेंशन मद में उनके स्वजनों को दिया जा रहा है। संदीप की मौत 26 अप्रैल 2021 को हुई थी, वहीं देवेंद्र सिंह की मौत 19 अप्रैल 2021 को हुई थी। मृतक में पत्रकार भी शामिल, जल्द मिलेगी पेंशन :
शाखा प्रबंधक मोहम्मद हसन ने बताया कि कोरोना के कारण जान गवाने वाले वैसे पत्रकार भी शामिल हैं, जो ईएसआई से निबंधित हैं। ऐसे अंशधारकों के लिए अलग से तैयारी हो रही है। उन्होंने बताया कि वैसे अंशधारक सुधारक जिनकी कोरोना संक्रमण से मौत हुई है, उनकी सूचना ईएसआइ को दे सकते हैं। इसमें मृत्यु प्रमाण पत्र के साथ चिकित्सकीय प्रमाण पत्र लगाना होगा। साथ ही ईएसआइ से संबंधित दस्तावेज देना होगा।
जोड़ाफाटक में पूरी तरह से बंद हुआ डिस्पेंसरी :
इधर, लगभग 10 वर्षों से चल रहे जोड़ाफाटक में ईएसआइ डिस्पेंसरी को पूर्ण रुप से बंद कर दिया गया है। मो. हसन ने बताया कि वहां की डिस्पेंसरी को चिरागोरा में स्थापित किया गया है। शाखा प्रबंधक ने बताया कि कई लोग अभी भी जोड़ाफाटक चले जा रहे हैं। ऐसे लोग सीधे हीरापुर स्थित चिरागोरा आ सकते हैं, जहां उनके लिए दो चिकित्सक सेवा दे रहे हैं।