कोरोना का नाश हो, मानव का कल्याण हो... आरएसएस की कुटुंब शाखा में दिखा आत्मबल Dhanbad News
कुटुंब शाखा में ध्वज लगाने या गणवेश जैसी कोई बाध्यता नहीं थी। शारीरिक दूरी के सिद्धांत के कारण इसे अपने घर में अपने परिजनों के साथ ही लगाना था।
धनबाद, जेएनएन। आपदा की घड़ी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) मदद करने वालों की कतार में सबसे आगे खड़ा होता है। वैश्विक महामारी कोरोना के समय भी स्वयंसेवक स्थानीय स्तर पर लोगों की मदद कर रहे हैं। इसके साथ-साथ महामारी के अंत और विश्व के कल्याण के लिए प्रार्थना भी कर रहे हैं। इसी कड़ी में स्वयंसेवकों ने रविवार शाम ठीक पांच बजे अपने-अपने घर कुटुंब शाखा लगाई। इस दौरान परिवार के सभी सदस्यों के साथ संघ के स्वयंसेवकों ने प्रार्थना की। देश कोरोना महामारी से मुक्त हो इसकी प्रार्थना भी की गई। बता दें कि देशभर में लॉकडाउन की वजह से आरएसएस की शाखाएं बंद हैैं। ऐसे में कोरोना महामारी के संकट की घड़ी में स्वयंसेवकों के आत्मबल के संवर्धन व साहचर्य व एकजुटता के लिए देशभर के स्वयंसेवकों से रविवार शाम 5:30 बजे कुटुंब शाखा लगाने की अपील की गई थी।
पहली बार पूरे परिवार के साथ जुटे स्वयंसेवक
कुटुंब शाखा में ध्वज लगाने या गणवेश जैसी कोई बाध्यता नहीं थी। शारीरिक दूरी के सिद्धांत के कारण इसे अपने घर में अपने परिजनों के साथ ही लगाना था। ऐसे में पहली बार स्वयंसेवकों ने अपने परिजनों के साथ संघ प्रार्थना की। इसमें महिला-पुरुष सभी ने साथ ही संघ प्रार्थना की। बता दें कि महिलाओं को लिए राष्ट्र सेविका समिति बनी हुई है। इस बहाने स्वयंसेवकों के परिजन भी संघ विचारधारा से जुड़े।