ISM की प्रयोगशाला में वैज्ञानिक तकनीक सीखेंगे स्कूली छात्र, CSR के तहत किया जाएगा शामिल Dhanbad News
आइएसएम द्वारा आयोजित होने वाले कॉनसेटो 2019 में पूरे सूबे के स्कूली छात्रों को हिस्सा लेने का मौका मिलेगा। इस दौरान बच्चों को टेलीस्कोप सहित कई तकनीकी चीजों की जानकारी दी जाएगी।
धनबाद, जागरण। आइआइटी आइएसएम के प्रयोगशाला में स्कूली बच्चे कई तकनीक का उपयोग करना सीखेंगे। आइएसएम द्वारा आयोजित होने वाले कॉनसेटो 2019 में न केवल जिले बल्कि पूरे सूबे के स्कूली छात्रों को हिस्सा लेने का मौका मिलेगा। इस दौरान बच्चों को टेलीस्कोप सहित कई तकनीकी चीजों की जानकारी आइएसएम के प्रयोगशाला में दी जाएगी। 18 से 20 अक्टूबर तक होने वाले कॉनसेटों का अंतिम दिन केवल स्कूली छात्रों के लिए होगा।
सीएसआर के तहत ऐसा पहली बार आइएसएम की ओर से आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए संस्थान ने सभी विद्यालयों को प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए पत्र भेजा गया है। प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्रों का चयन किया जाएगा। वहीं विज्ञान प्रदर्शनी में भी स्कूली छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा।
कॉनसेटो के समन्वयक प्रो. ए चंद्रशेखर राव ने बताया कि सीएसआर के तहत स्कूली बच्चों को भी इस इवेंट में शामिल किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वैसे तो स्कूली छात्र दिन कैंपस में आ सकते हैं। इसके लिए सुबह 10 से पांच बजे का समय भी निर्धारित किया है। लेकिन 20 अक्टूबर को स्कूली छात्रों के लिए ही कार्यक्रम रखा गया है। अबतक 150 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है।
कुल 29 तकनीकी इवेंट होंगे आयोजित
रोबोवार, फ्लैग योर विन, हॉल एन फॉल, गेमेट्रिक्स, ट्रस द फ्रेम, टेक ट्रिथलोन, कोडियन 1.0, फाइनिंग चांडलर, अर्थ, क्राफ्ट एन वेन, ऑफलिंग प्लेनेट, प्रिट्स ऑफ ट्रेन, एक्सट्रीम प्रोपुलेशन, एम इनरूट, ट्रेस्टूलर, बिल्ड एक बिट, मेजिस्ट्रोनिक, इनवेंटो, डेथरेस, स्टेक क्विज, चिम कूज, पास्ट आदि इवेंट होंगे।
विभिन्न तकनीकी कॉलेजों के 300 छात्र-छात्राएं लेंगी हिस्सा
आइआइटी आइसएम में आयोजित होने वाले कॉनसेटो 2019 में आइआइटी आइएसएम व अन्य इंजीनियरिंग संस्थानों के 300 से भी अधिक छात्र-छात्राएं हिस्सा लेंगे।
समस्याओं का करेंगे समाधान
तकनीकी फेस्ट कॉनसेटो में 12 घंटे का एक मिनी हेक्सफेस्ट आयोजित किया जाएगा। इसमें करीब 30 टीमें हिस्सा लेंगी। इस दौरान औद्योगिक समस्याएं सहित देश और सामाजिक समस्याओं का भी समाधान खोजेंगे। इसमें कितनी टीमें हिस्सा लेंगी, यह एक सप्ताह के अंदर जारी किया जाएगा।