बेलगड़िया टाउनशिप में जमीन की हुई कमी, नहीं बन पा रहा स्कूल और अस्पताल, झरिया से होगी लोगों की शिफ्टिंग
बेलगड़िया में करीब 18 हजार क्वार्टर हैं जिनमें झरिया के अग्नि प्रभावित इलाकों से लोगों को विस्थापित कराना है। यहां रहने वाले लोगों को बुनियादी सुविधाएंं प्रदान करना पहली प्राथमिकता है लेकिन जमीन नहीं मिलने की वजह से ऐसा हो नहीं पा रहा है।
आशीष अंबष्ठ, धनबाद। झरिया अग्नि प्रभावित लोगों को सुविधा प्रदान करने के मकसद से झरिया मास्टर प्लान के तहत बेलगड़िया टाउनशिप के आवासीय कालाेनी में 50 बेडों के अस्पताल व प्राइमरी स्कूल का निर्माण होना था, लेकिन जमीन नहीं मिलने कारण योजना को स्थगित कर दिया गया है। अब संशोधित मास्टर प्लान में कमेटी द्वारा निर्णय लिए जाने के आगे की योजना बनाई जाएगी।
मास्टर प्लान के विस्तार पर कमेटी का विचार मंथन
अस्पताल निर्माण में 5.6 कराेड़ रुपए खर्च करने का बजट रखा गया था। झरिया मास्टर प्लान की अवधि अगस्त 2021 में समाप्त हो गई है। विस्तार को लेकर कमेटी दो साल से मंथन ही कर रही है। लेकिन अब तक मामला विचाराधीन है। इस कारण मास्टर प्लान के तहत ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है। 27 को कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में बैठक होगी।
जमीन नहीं मिलने के कारण काम बंद
बेलगड़िया में प्राइमरी स्कूल व हाई स्कूल का निर्माण होना है। इसको लेकर 2021 के जून माह में करीब तीन करोड़ रुपये की लागत से स्कूल के निर्माण के लिए निविदा निकाली गई थी। फंड व जमीन नहीं मिलने के कारण आगे कागजी प्रक्रिया का काम बंद है। बेलगड़िया में स्कूल निर्माण की मांग काफी दिनों से हो रही थी। प्राइमरी स्कूल निर्माण को लेकर 93 लाख रुपये का बजट है। इसमें छह क्लास रूम, कार्यालय, शिक्षक रूम, खेल का मैदान, शौचालय आदि का निर्माण होना है।
अस्पताल की सुविधा से भी वंचित
बेलगड़िया आवासीय काॅलाेनी में विस्थापित परिवाराें काे स्वास्थ्य, शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाएं देनी है, जिसकी तैयारी जेआरडीए प्रबंधन द्वारा की जानी है। इसको लेकर वृहद याेजना तैयार की गई है। बेलगड़िया में करीब 18 हजार क्वार्टर हैं। परियोजना निदेशक जरेडा व डीडीसी धनबाद, शशि प्रकाश सिंह ने कहा, जमीन नहीं मिलने का कारण स्कूल व अस्पताल निर्माण कार्य स्थगित कर दिया गया है। नए मास्टर प्लान के तहत अब इस पर आगे निर्णय लिया जाएगा।
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