Satish Singh Murder Case: भाजपा नेता हत्याकांड में अब विकास का नाम उछला, 3 को हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने अंबिकापुरम में मारा छापा
Satish Singh Murder Case पुलिस की जो नई कहानी है उसके मुताबिक विकास ने ही हत्या के लिए पिस्तौल मुहैया कराई थी। अब पुलिस विकास को दबोचने के लिए छामेमारी अभियान चला रही है।
धनबाद, जेएनएन। Satish Singh Murder Case भाजपा नेता सतीश सिंह हत्याकांड के एक महीने होने को है। 19 अगस्त, 2020 को धनबाद शहर के मटकुरिया में दिनदहाड़े गोलियों से उड़ा दिया गया था। इस मामले की पुलिस जांच में अब विकास सिंह का नाम सामने आया है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने बुधवार की रात अंबिकापुरम में छापेमारी की। विकास घर पर नहीं था। पुलिस की जो नई कहानी है उसके मुताबिक विकास ने ही हत्या के लिए पिस्तौल मुहैया कराई थी। बलियापुर से तीन लोगों को हिरासत में लेने के बाद पुलिस विकास को पकड़ने के लिए छापेमारी अभियान चला रही है।
धनबाद पुलिस के रिकॉर्ड में विकास सिंह का नाम हत्या और रंगदारी के मामलों में दर्ज है। 1 नवंबर, 2013 को बुंदेला बस के मालिक सुधीर सिंह की हत्या का आरोप विकास सिंह पर लगा था। विकास का कांग्रेस से राजनीतिक कनेक्शन रहा है। उसकी गिरफ्तारी के लिए अंबिकापुरम स्थित आवास पर बुधवार देर रात छापेमारी की गई। वह घर पर नहीं था।
विकास ने हत्या के लिए उपलब्ध कराई हथियार
पुलिस के अनुसार भाजपा के केंदुआ मंडल उपाध्यक्ष सतीश सिंह की हत्या विकास सिंह ने ही कराई है। सतीश धनबाद के विधायक राज सिन्हा का खासमखास था। उनके लिए कोलियरी क्षेत्रों में काम करता था। विकास पर आरोप है कि उसने हत्या के लिए धनबाद के पॉलिटेक्निक रोड में सतीश गुप्ता उर्फ गांधी को हथियार मुहैया कराई। पुलिस ने बलियापुर के धोखरा में छापेमारी कर गाैर रवानी, उत्तम महतो और राज को हिरासत में लिया है। इनके पास एक पल्सर बाइक बरामद दिया गया है। गाैर रवानी के आवास में पुलिस को पिस्टल मिली है। हिरासत में लिए गए तीनों अपराधियों ने ही नई कहानी की ओर पुलिस को पहुंचाने में मदद की। पुलिस का मानना है कि विकास सिंह की गिरफ्तारी के बाद हत्याकांड में पूरा सच सामने आ जाएगा।