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नामांकन करने पहुंचे आरोपित विधायक संजीव सिंह ने कहा- नीरज मेरा भाई था, हत्याकांड की CBI जांच हो Dhanbad News

नीरज हत्याकांड में जेल में बंद आरोपित विधायक संजीव सिंह ने कहा कि नीरज तो हमारा भाई था। उसकी हत्या राजनीतिक साजिश है। इसलिए नीरज हत्याकांड की सीबीआई जांच होनी चाहिए।

By Sagar SinghEdited By: Published: Wed, 27 Nov 2019 01:20 PM (IST)Updated: Wed, 27 Nov 2019 01:20 PM (IST)
नामांकन करने पहुंचे आरोपित विधायक संजीव सिंह ने कहा- नीरज मेरा भाई था, हत्याकांड की CBI जांच हो Dhanbad News
नामांकन करने पहुंचे आरोपित विधायक संजीव सिंह ने कहा- नीरज मेरा भाई था, हत्याकांड की CBI जांच हो Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। झरिया से भाजपा उम्मीदवार रागिनी सिंह के साथ नामांकन करने पहुंचे विधायक संजीव सिंह ने कहा कि नीरज तो हमारा भाई था। मैं मांग करता हूं कि नीरज हत्याकांड की सीबीआई जांच हो। उन्होंने नीरज हत्याकांड में राजनीतिक षड्यंत्र का अंदेशा जताते हुए कहा कि इसका लाभ तो हर्ष सिंह को और उनके परिजनों को मिला है।

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वहीं, रागिनी के बारे में विधायक संजीव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि ऐसी पत्नी मुझे हर जन्म में मिले। इसके बाद दोनों पति पत्नी एक साथ नामांकन दाखिल करने निर्वाचित पदाधिकारी के कार्यालय में चले गए। इस दौरान निर्वाचित पदाधिकारी के कार्यालय के बाहर हजारों की संख्या में समर्थकों का हुजूम जमा रहा। समर्थक संजीव सिंह और रागिनी सिंह के नारे लगा रहे थे। 

बता दें कि भाजपा विधायक संजीव सिंह ने झरिया से निर्दलिय प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया। वहीं उनकी पत्नी रागिनी सिंह झरिया सीट से भाजपा की उम्मीदवार है। उनका मुकाबला कांग्रेस की पूर्णिंमा सिंह से है, जो पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की पत्नी हैं।

सुबह से ही जेल गेट पर संजीव समर्थकों की भारी भीड़ : गौरतलब है कि बुधवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अदालत के आदेश पर पुलिस ने संजीव सिंह को निर्वाचित पदाधिकारी के कार्यालय में पेश किया, जहां उन्होंने झरिया विधानसभा क्षेत्र से निर्दलिय नामांकन पत्र दायर किया। नामांकन को लेकर सुबह से ही जेल गेट पर संजीव समर्थकों की भारी भीड़ थी। हालांकि चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था होने के कारण बहुत समर्थकों को बाहर ही रोक दिया गया।

संजीव-रागिनी को एक साथ देख उत्साहित हुए समर्थक : दूसरी ओर से संजीव की पत्नी रागिनी सिंह पहुंची। दोनों को एक साथ देखकर समर्थक काफी उत्साहित होकर नारेबाजी करने लगे। समर्थक संजीव-रागिनी के साथ डीसी ऑफिस बेरीकेडिंग के अंदर घुसने का प्रयास करने लगे जिसे पुलिस ने रोका। संजीव ने अपने समर्थकों को शांत होकर वहां से हट जाने को कहा। फिर दोनों साथ नामांकन को गये।


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