Sakshi Maharaj MP Unnao साक्षी महाराज को क्वारंटाइन करने के 24 घंटे के भीतर गिरिडीह प्रशासन बैकफुट पर, दिल्ली जाने की दी इजाजत
Sakshi Maharaj MP Unnao Sakshi Maharaj MP Unnao साक्षी महाराज को शनिवार को पीरटांड़ में गिरिडीह जिला प्रशासन ने रोक दिया था। इसके बाद उन्हें क्वारंटाइन किया गया है।
गिरिडीह, जेएनएन। Sakshi Maharaj MP Unnao उन्नाव के सांसद साक्षी महाराज को क्वारंटाइन करने के 24 घंटे के अंदर ही गिरिडीह जिला प्रशासन बैकफुट पर आ गया है। रविवार को प्रशासन ने साक्षी महाराज को क्वारंटाइन मुक्त करते हुए गिरिडीह से बाहर जाने की अनुमति प्रदान कर दी। साक्षी महाराज रविवार रात 8 बजे धनबाद रेलवे स्टेशन से राजधानी एक्सप्रेस पकड़कर दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे। गिरिडीह के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने भी सांसद को दिल्ली जाने की अनुमति देने की पुष्टि की है। उन्नाव के सांसद साक्षी महाराज शहर के शांति भवन आश्रम में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पिछले 24 घंटे से क्वारंटाइन थे। शांति भवन का मुख्य गेट बंद कर दिया गया है। भाजपा नेताओं एवं मीडिया को भी अंदर जाने नहीं दिया जा रहा था।
विरोध में भाजपा को धरना की नहीं मिली इजाजत
सांसद साक्षी महाराज गिरिडीह में अपनी 97 वर्षीय बीमार गुरु मां से मिलने के लिए शनिवार सुबह पहुंचे थे। उन्होंने गिरिडीह जिला प्रशासन को आगमन की सूचना दी थी। जब वे गुरु मां से मिलकर दिल्ली जाने के लिए ट्रेन पकड़ने धनबाद जा रहे थे तो एसडीएम प्रेरणा दीक्षित ने उन्हें पीछा कर पीरटांड के पास पकड़ा। एसडीएम ने कहा सांसद को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन में गिरिडीह के शांति भवन में भेज दिया। इसके बाद भाजपा ने गिरिडीह प्रशासन की कार्रवाई का विरोध किया। भाजपा जिलाध्यक्ष महादेव दुबे ने सदर अनुमंडल पदाधिकारी प्रेरणा दीक्षित को पत्र लिखकर शहर के झंडा मैदान में रविवार को दोपहर 12 बजे से धरना देने की अनुमति मांगी थी। एसडीओ ने यह कहकर अनुमति नहीं दी कि मुख्य सचिव का निर्देश है कि किसी भी वैसे राजनीतिक, सामाजिक, खेल, सांस्कृतिक आयोजन की छूट नहीं है जिसमें भारी भीड़ हो सकती है। इसके बाद झंडा मैदान में अंचल अधिकारी के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था।
बढ़ते विवाद को देख बैकफुट पर गिरिडीह प्रशासन
सांसद ने गिरिडीह जिला प्रशासन ने अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने की अपील की थी। साथ ही संसद के मानसून सत्र का हवाला देते हुए दिल्ली जाने की अनुमति की मांग की थी। दूसरी तरफ भाजपा विधायक दल के नेता पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और झारखंड प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने भी इस मुद्दे को उठाया। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और मुख्य सचिव से हस्तक्षेप करने की मांग की गई थी। समझा जाता है कि बनते राजनीतिक मुद्दे को देखते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय के निर्देश पर गिरिडीह जिला प्रशासन ने साक्षी महाराज को क्वारंटाइन मुक्त कर दिया।
हेमंत पर लगाया दुर्भावना की राजनीति करने का आरोप
गिरिडीह प्रशासन द्वारा क्वारंटाइन मुक्त करने के बाद सांसद साक्षी महाराज करीब पाैने दो बजे शांति भवन आश्रम से धनबाद के लिए निकले। धनबाद से ट्रेन पकड़कर दिल्ली रवाना होंगे। सांसद ने मीडिया से बातचीत करते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर दुर्भावना की राजनीति करने का आरोप लगाया। कहा-यह दुर्भाग्यजनक है।