Sahebganj Gang Misdeed & Murder Case: पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोली आरोपितों के बयान की पोल, सामूहिक दुष्कर्म के बाद किशोरी की गला दबाकर की गई थी हत्या
पोस्टमार्टम के बाद लड़की के बिसरा को संरक्षित किया गया है। अब इसकी रिपोर्ट का भी पुलिस को इंतजार रहेगा। लड़की कोरोना संक्रमित पाई गई थी। इसलिए पोस्टमार्टम में शामिल डाक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों ने पीपीई किट पहनकर प्रक्रिया पूरी की।
धनबाद/ साहिबगंज, जेएनएन। साहिबगंज जिले के रांगा थाना क्षेत्र की आदिवासी किशोरी की हत्या सामूहिक दुष्कर्म के बाद गला दबाकर की गई थी। गुरुवार को प्राप्त पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी कपड़े से पीडि़ता का गला घोंटे जाने के प्रमाण मिले हैैं। इसके साथ ही हिरासत में लिए गए पांचो नाबालिग आरोपितों द्वारा इस संबंध में दिया गया बयान भी झूठा साबित हो गया है। आरोपितों ने पुलिस को बताया था कि पीडि़ता की दुष्कर्म के दौरान ही अत्यधिक रक्तस्राव के कारण मौत हो गई थी। बुधवार देर रात कोर्ट का आदेश मिलने के बाद पीएमसीएच धनबाद में मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में मेडिकल बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम किया। देर रात दो बजे तक इसकी प्रक्रिया पूरी हुई। इससे पहले कोरोना जांच में किशोरी पाजिटिव पाई गई थी। हालांकि पुलिस ने सोमवार को ही हत्या का मामला दर्ज किया था। बुधवार को किशोरों की स्वीकारोक्ति के बाद दुष्कर्म की धाराएं जोडऩे के लिए कोर्ट में आवेदन दिया। गुरुवार को आरोपितों को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है।
रात दो बजे तक पोस्टमार्टम
बुधवार रात दो बजे तक पोस्टमार्टम चला। रिपोर्ट में बताया गया है कि किशोरी के निजी अंग को काफी नुकसान पहुंचा था। पैथोलाजी रिपोर्ट भी दुष्कर्म की ओर इशारा कर रही है। फिलहाल यह रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल की जा रही है। पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों की टीम में फारेंसिक मेडिसिन से डॉक्टर स्वपन सराक, एनाटामी से डा. एम प्रसाद, स्त्री एवं प्रसूति विभाग की डा. राजलक्ष्मी के अलावा सर्जरी और पैथोलॉजी विभाग के डॉक्टर शामिल थे। इस प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी की गई।
बिसरा किया गया संरक्षित
पोस्टमार्टम के बाद लड़की के बिसरा को संरक्षित किया गया है। अब इसकी रिपोर्ट का भी पुलिस को इंतजार रहेगा। लड़की कोरोना संक्रमित पाई गई थी। इसलिए पोस्टमार्टम में शामिल डाक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों ने पीपीई किट पहनकर प्रक्रिया पूरी की।
नौ ग्रामीणों की कोरोना जांच, किशोरी को दोबारा दफनाया गया
सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या की शिकार किशोरी का शव गुरुवार सुबह दोबारा दफना दिया गया। इससे पहले मंगलवार को मिट्टïी से शव निकालकर उसका पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था। गुरुवार अलसुबह सुरक्षा व्यवस्था के बीच पीडि़ता का शव गांव पहुंचा। कोरोना जांच में शव पाजिटिव पाए जाने के कारण शव दफनाने के समय काफी एहतियात बरती गई। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पीडि़ता के परिवार व गांव के नौ लोगों की कोरोना जांच की। सभी निगेटिव पाए गए।
क्या है मामला
दो दिन पहले पीडि़ता का शव संदिग्ध हालात में उसके घर के सामने रखा मिला था। किशोरी बुधवार से ही घर से गायब थी। बाद में घरवालों ने अपने रीति-रिवाज के अनुसार शव दफना दिया था। इसी बीच सोमवार को पडि़ता की एक सहेली सामने आई और दुष्कर्म के बारे में जानकारी दी। तब मामला पुलिस तक पहुंचा। सहेली ने बताया था कि वे दोनों अपने मित्रों के साथ सात अक्टूबर को घर से निकली थीं। दो दिन बाद दोनों लौट रही थी तभी गांव के चार-पांच लड़के उन्हें रास्ते में रोककर जोर-जबरदस्ती करने लगे। इसी क्रम में उसे भागने का मौका मिल गया। पीडि़ता भाग नहीं सकी और किशोरों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। बाद में पुलिस की जांच और पूछताछ में यह तथ्य सामने आया कि आरोपित लड़कों ने हत्या के बाद पीडि़ता के शव को उसके ही घर के छज्जे के पास ले जाकर रख दिया था।