RTE के तहत डिनोबिली स्कूल से मांगी अहम जानकारी, अधूरे दस्तावेज दिखाने पर 14 तक का दिया समय Dhanbad News
RTE के तहत डिनोबिली की जांच के लिए बनी राज्य स्तरीय जांच कमेटी स्कूल प्रबंधन से पूर्व में मांगी गई जानकारी के बारे में जानना चाहा। इस पर डिनोबिली की ओर से आधी जानकारी दी गई।
धनबाद, जेएनएन। RTE के तहत डिनोबिली स्कूलों की जांच के लिए बनी राज्य स्तरीय जांच कमेटी सोमवार को धनबाद पहुंची। जांच टीम ने डिनोबिली प्रबंधन से पूर्व में मांगी गई जानकारी के बारे में जानना चाहा। इस पर डिनोबिली की ओर से आधी जानकारी दी है। इस पर टीम ने नैसर्गिक न्याय के तहत सभी स्कूलों को 14 नवंबर तक समय दिया।
इस समय सीमा में चेकलिस्ट में मांगी गई जानकारी डीईओ कार्यालय को उपलब्ध करानी है। स्कूलों से दर्जन भर कागजात मांगे गए हैं। इसके बाद 19 नवंबर को दोबारा सभी बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी। डीएनएस प्रबंधन ने बताया कि डिनोबिली स्कूल कोड़ाडीह को मान्यता मिली हुई है। इस पर कमेटी ने कहा कि राज्य स्तर से मिले एनओसी का दस्तावेज प्रस्तुत कीजिए। हालांकि स्कूल प्रबंधन इसे पेश नहीं कर पाया।
मिश्रित भवन स्थित डीईओ कार्यालय में जांच कमेटी अध्यक्ष सह आरडीडीई दुमका राजकुमार प्रसाद सिंह, अवसर सचिव स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग उपेंद्र कुमार सिन्हा एवं डीईओ अलका जायसवाल की मौजूदगी में सभी डिनोबिली के प्राचार्य उपस्थित हुए। इस दौरान डीएनएस ग्रुप के निदेशक सेबेस्टियन पुतनपुरा भी मौजूद थे।
डिनोबिली स्कूलों को देनी है यह जानकारी
- स्कूलों को विभाग-निदेशालय से प्राप्त एनओसी का पूर्ण ब्योरा व छायाप्रति।
- विद्यालय संचालित करनेवाली संस्था का निबंध।
- बायलॉज की छायाप्रति।
- सेवा शर्त नियमावली।
- विद्यालय को अल्पसंख्यक घोषित किए जाने का प्रमाणक।
- आरटीई-2009 के अनुपालन से संबंधित प्रमाण।
- आइसीएसई से स्कूल की मान्यता से संबंधित पत्र की छायाप्रति।
- विद्यालय की भूमि।
- निबंधित डीडी, लीज डीड, स्वामित्व प्रमाणपत्र समेत अन्य।
- भवन का नक्शा सक्षम प्राधिकार द्वारा हस्ताक्षरित।
- कमरों की संख्या एवं आकार, प्रयोगशाला, पुस्तकालय, कंप्यूटर लैब।
- भवन 2005 के मानक के अनुरूप अग्निशमन विभाग द्वारा जारी पत्र।
- पेयजल विभाग से जारी पत्र, चालक व सह चालक का पुलिस वेरीफिकेशन।
- स्कूल में सुरक्षा के किए गए उपाय का विवरण।
अभिभावक महासंघ ने की मान्यता प्रक्रिया की जांच की मांग
झारखंड अभिभावक महासंघ जांच कमेटी से मुलाकात कर धनबाद एवं बोकारो में डिनोबिली स्कूल के नाम से संचालित अल्पसंख्यक मान्यता प्राप्त करने की प्रक्रिया की जांच करने की गुजारिश की। महासंघ के महासचिव मनोज मिश्रा टीम से कहा कि दोनों जिलों के डिनोबिली स्कूल स्थापना काल से दिशा-निर्देशों एवं निर्गत प्रावधानों की अवहेलना कर रहे हैं। स्कूल प्रबंधन फंड का डायवर्सन कर रहा है। इन विद्यालयों में नें खुद को सरकारी नियंत्रण से खुद को हमेशा दूर रखने का प्रयास किया है। इसकी जांच होनी चाहिए।