Side Effect of Bengal Chunav: पार्टी नेतृत्व के निर्देश के बाद बंगाल में मारे गए कार्यकर्ताओं के प्रति जागी नेताओं की सहानुभूति
पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद लगातार हिंसा जारी है और उसमें दर्जनभर के लगभग भाजपा कार्यकर्ता मारे जा चुके हैं। हालांकि पड़ोसी राज्य के अपने कार्यकर्ताओं के प्रति भाजपा नेताओं की सहानुभूति तक जागी जब प्रदेश नेतृत्व ने इसका निर्देश जारी किया।
धनबाद, जेएनएन: पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद लगातार हिंसा जारी है और उसमें दर्जनभर के लगभग भाजपा कार्यकर्ता मारे जा चुके हैं। हालांकि पड़ोसी राज्य के अपने कार्यकर्ताओं के प्रति भाजपा नेताओं की सहानुभूति तक जागी जब प्रदेश नेतृत्व ने इसका निर्देश जारी किया।
प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा के पत्र के बाद बुधवार को भाजपा महानगर व ग्रामीण के तमाम नेताओं ने फेसबुक लाइव के जरिए अपने अपने घर से धरना दिया। और कार्यकर्ताओं की हत्या पर चिंता जताई। नेताओं ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता राज्य में अपनी जीत के बाद भाजपा को वोट देने वाले कार्यकर्ताओं व आम जनता से बदला साध रहे हैं।
भाजपा कार्यकर्ताओं की सरेआम हत्या कर रहे हैं। उनके घर दुकान लूट रहे हैं। महिलाओं से अभद्रता की जा रही है। घरों व दुकानों को, भारतीय जनता पार्टी के कार्यालयों को जलाया जा रहा है। बंगाल की पुलिस व प्रशासन मूक दर्शक बनी हुई है।
नेताओं ने राज्य में विधि व्यवस्था का संकट बताते हुए तत्काल राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग भी की। उन्होंने कहा कि तृणमूल कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी से ममता बनर्जी का असली चेहरा सबके सामने आ गया है। तमाम नेताओं ने इंटरनेट मीडिया पर अपनी तस्वीरें भी जारी की हैं और बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग करते हुए पोस्ट लिखे हैं।
धरना देने वालों में सांसद पीएन सिंह, विधायक राज सिन्हा, अपर्णा सेनगुप्ता, ढुलू महतो, पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल, नगर अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह, ग्रामीण जिला अध्यक्ष ग्यानरंजन सिन्हा, नितिन भट्ट, संजय झा, मानस प्रसून आदि शामिल हैं।