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अनाथ को 'समर्थ' बनाएगा स्कूल

प्रत्येक छात्र को प्रतिमाह छात्रवृत्ति भी मिलेगी। यह राशि छात्रों के बैंक खाते में भेजी जाएगी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 27 Sep 2018 10:08 AM (IST)Updated: Thu, 27 Sep 2018 10:08 AM (IST)
अनाथ को 'समर्थ' बनाएगा स्कूल
अनाथ को 'समर्थ' बनाएगा स्कूल

धनबाद, जेएनएन। समग्र शिक्षा अभियान के तहत राज्य के पांच जिलों में अनाथ एवं एकल अभिभावक वाले 100 बच्चों के लिए समर्थ आवासीय विद्यालय खोला जाना है। इसमें धनबाद, बोकारो, रांची, हजारीबाग और पूर्वी सिंहभूम शामिल है। यहां संचालित होने वाले इन विद्यालयों के क्रियान्वयन के लिए 2018-19 के वार्षिक कार्ययोजना एवं बजट पर प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड (पीएबी) के तहत राशि का प्रावधान किया गया है।

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बच्चों के रखरखाव मद में प्रति विद्यालय 15 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई है। इस मद में प्रति बच्चा 1250 रुपये प्रतिमाह की दर से 15 हजार रुपये प्रतिवर्ष देय होगा। इसके तहत बच्चों के लिए यूनिफॉर्म, दैनिक उपयोग की वस्तुएं, भोजन एवं पेयजल की व्यवस्था की जानी है। इसके अलावा प्रत्येक छात्र को प्रतिमाह 100 रुपये की छात्रवृत्ति मिलेगी। यह राशि छात्रों के बैंक खाते में भेजी जाएगी। स्कूल अवधि में यदि किसी छात्र को शैक्षणिक कार्य के लिए राशि की आवश्यकता हो तो बच्चों के खाते में उपलब्ध राशि का उपयोग किया जा सकता है। राज्य परियोजना निदेशक उमाशंकर सिंह ने इस संबंध में सभी संबंधित जिलों को पत्र जारी किया है। किस मद में कितनी राशि

- यूनिफार्म (बालकों के लिए दो सेट पैंट, शर्ट, टाई, बैज, स्वेटर या ब्लेजर, जूता, मोजा) : 100 बच्चों के लिए 12 हजार रुपये प्रतिवर्ष।

- दैनिक उपयोग की वस्तुएं (साबुन, शैम्पू, तेल, टूथ ब्रश व पेस्ट, टंडढ क्लीनर, कंघी, सेफ्टी पिन, तौलिया व स्लीपर) : 100 बच्चों के लिए 9 हजार रुपये प्रतिवर्ष।

- इनर वियर एवं अन्य रात्रिकालीन वस्त्र : 100 बच्चों के लिए 9 हजार रुपये प्रतिवर्ष।

- भोजन व अन्य मद : एक हजार रुपये प्रति बालक प्रति माह, 100 बच्चों के लिए एक लाख बीस हजार रुपये प्रतिवर्ष।।

- पूरक शिक्षक अधिगम सामग्री, स्टेशनरी तथा अन्य शैक्षिक वस्तुओं के लिए 750 रुपये स्वीकृत।

- विशेष कौशल प्रशिक्षण मद में प्रति छात्र 800 रुपये।

- बिजली एवं पानी मद में 400 रुपये प्रति बालक प्रतिवर्ष।

- चिकित्सा एवं आकस्मिक मद में 600 रुपये प्रति छात्र प्रतिवर्ष।

- छात्रावास के रखरखाव के लिए 750 रुपये प्रति बालक प्रतिवर्ष निर्धारित।

- क्षमता निर्माण मद में प्रति विद्यालय 10 हजार रुपये प्रतिवर्ष मिलेंगे।

- आत्मरक्षा के तहत प्रति बालक 750 रुपये प्रतिवर्ष।

- समाचारपत्र, पत्रिका, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं स्कूल में साउंड सिस्टम के लिए 750 रुपये प्रति बालक प्रतिवर्ष।

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शिक्षक व अन्य कर्मियों के लिए 13.80 लाख

समर्थ विद्यालय में चार पूर्णकालिक शिक्षक, एक लेखापाल, दो सहयोगी स्टाफ के रूप में सहायक, आदेशपाल, चौकीदार, एक मुख्य रसोइया, दो सहायक रसोइया रखे जाएंगे। इन्हें जिला स्तर से निर्धारित वेतन मिलेगा। वेतन मद में कुल 13 लाख 80 हजार रुपये प्रति विद्यालय राशि स्वीकृत की गई है। छात्रों के लिए पाठय पुस्तक की व्यवस्था समग्र शिक्षा अभियान के तहत की जाएगी। विद्यालय की सभी प्रकार की आवश्यक सामग्री, उपकरण, उपस्कर, राशन आदि की खरीदारी विद्यालय स्तर पर गठित विद्यालय क्रय समिति करेगी। सात सदस्य क्रय समिति बनेगी। इसमें विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष, उपायुक्त, डीईओ के प्रतिनिधि, बीईईओ, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी, स्कूल के लेखापाल सदस्य और विद्यालय वार्डन सदस्य सचिव होंगे। वैकल्पिक व्यवस्था होने तक जिला स्तर पर शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति होगी।


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