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धनबाद, गोविदपुर और निरसा प्रखंड में मलेरिया जांच पर क्षेत्रीय उपनिदेशक ने जताई नाराजगी

धनबाद गोविदपुर और निरसा प्रखंड में मलेरिया जांच काफी कम हो रही है। इन इलाकों में कम रिपोर्टिग होने के कारण हजारीबाग से आई क्षेत्रीय मलेरिया पदाधिकारी डा. आशा एक्का ने नाराजगी जताई है। उन्होंने इन इलाकों के चिकित्सा प्रभारियों को हिदायत देते हुए अधिक से अधिक जांच करने का निर्देश दिया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Sep 2021 08:31 PM (IST)Updated: Wed, 08 Sep 2021 08:31 PM (IST)
धनबाद, गोविदपुर और निरसा प्रखंड में मलेरिया जांच पर क्षेत्रीय उपनिदेशक ने जताई नाराजगी
धनबाद, गोविदपुर और निरसा प्रखंड में मलेरिया जांच पर क्षेत्रीय उपनिदेशक ने जताई नाराजगी

धनबाद : धनबाद, गोविदपुर और निरसा प्रखंड में मलेरिया जांच काफी कम हो रही है। इन इलाकों में कम रिपोर्टिग होने के कारण हजारीबाग से आई क्षेत्रीय मलेरिया पदाधिकारी डा. आशा एक्का ने नाराजगी जताई है। उन्होंने इन इलाकों के चिकित्सा प्रभारियों को हिदायत देते हुए अधिक से अधिक जांच करने का निर्देश दिया है। डा. आशा बुधवार को धनबाद सिविल सर्जन कार्यालय के सभागार में वेक्टर बोर्न डिजीज से संबंधित बीमारियों की समीक्षा कर रही थीं। उनके साथ सिविल सर्जन डा. श्याम किशोर जिला मलेरिया सलाहकार रमेश कुमार समेत सभी प्रखंडों के चिकित्सा पदाधिकारी व स्वास्थ्य कर्मी थे। उन्होंने बताया कि निरसा में मात्र आठ प्रतिशत ही मलेरिया जांच की गई है, जो बेहद निराशाजनक है। उन्होंने यहां के चिकित्सक और कर्मियों को हिदायत दी। सबसे बेहतर काम करने वाले टुंडी प्रखंड की सराहना की गई। सभी सहिया को करनी है मलेरिया की जांच, मिलेंगे 15 रुपये प्रति स्लाइड :

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डा. आशा ने बताया कि सभी सहिया को अपने इलाके में मलेरिया जांच करना अनिवार्य है। इसके लिए सभी सहिया को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसके लिए प्रत्येक जांच के एवज में सहिया को 15 रुपये प्रति स्लाइड मिलेंगे। जो जितनी जांच करेगा, उसे उतनी प्रोत्साहन राशि मिलेगी। इस संबंध में सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है। जहां काम अच्छा नहीं पाया जाएगा, वहां विभागीय कार्रवाई की जाएगी। धनबाद में 2230 सहिया हैं। फाइलेरिया जांच के लिए तेज करें अभियान :

डा. आशा ने कहा कि फाइलेरिया जांच अभियान तेज करें। विभाग ने इसके लिए तमाम संसाधन पहले ही प्रखंड तक भेज दिए हैं। नाइट ब्लड सर्वे के बारे में भी उन्होंने समीक्षा की। सिविल सर्जन डा. श्याम किशोर ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण विभिन्न प्रकार की जांच में देरी हुई थी। लेकिन अब लक्ष्य प्राप्ति और योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए तेजी से काम शुरू हो गया है।


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