कोयला मजदूरों की समस्याओं के प्रति गंभीर नहीं यूनियन : राकोमकां
कोल इंडिया व बीसीसीएल से मान्यता प्राप्त पांचों श्रमिक यूनियनें कोयला मजदूरों की समस्याओं के प्रति गंभीर नहीं हैं।
संस, भौंरा : कोल इंडिया व बीसीसीएल से मान्यता प्राप्त पांचों श्रमिक यूनियनें कोयला मजदूरों की समस्याओं के प्रति गंभीर नहीं हैं। कोयला मजदूर पेयजल, बिजली, जर्जर आवास, गंदगी आदि समस्याओं से परेशान हैं। यूनियन के पदाधिकारियों को मजदूरों की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है। सभी अपने स्वार्थ के लिए काम कर रहे हैं। उक्त बातें गुरुवार को ईजे एरिया भौंरा में राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर कांग्रेस के मिलन समारोह में मुख्य अतिथि राकोमकां बीसीसीएल जोंनल के अध्यक्ष केडीपी यादव ने कही। ईजे एरिया कमेटी के पुनर्गठन के बाद गुरुवार को भौंरा क्षेत्रीय कार्यालय परिसर में नए पदाधिकारियों व सदस्यों का मिलन समारोह हुआ। केडीपी यादव ने पांचों मान्यता प्राप्त यूनियनों पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्षों से सभी यूनियन वाले यहां बीसीसीएल के पिछलग्गू बने हैं, लेकिन मजदूरों की ताकत से बढ़कर कोई ताकत नहीं है। कोयला मजदूरों के बल पर ही देश चल रहा है। राकोमकां के साधु शरण ने नए पदाधिकारियों, सदस्यों को माला पहना कर स्वागत किया। कोयला मजदूरों की समस्याओं के समाधान को लेकर आंदोलन करने का निर्णय लिया गया। बबलू शर्मा, प्रदीप सिंह व यूनियन के महामंत्री रंजीत यादव ने संगठन की सदस्यता को बढा़ने व इसे मजबूत करने की बात कही। ईजे एरिया भौंरा राकोमसं के परमेश्वर बाउरी अध्यक्ष, कन्हैया महतो, शंकर चौधरी, दिलीप महतो उपाध्यक्ष, सुरेश रवानी सचिव, मो सिराज, केदार महतो सह सचिव, बलराम सहिस कोषाध्यक्ष, काशी मोदी सह कोषाध्यक्ष चुने गए। 15 कार्यकारिणी के सदस्य बनाए गए।