रंजीत ने की थी सिर्फ एक गलती और 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' का बन गया शिकार
प्रिंस ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि उसका मामा शेर खान रंजीत को बरगला रहा था।
धनबाद, जेएनएन। झारखंड विकास युवा मोर्चा के धनबाद जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह एक साथ कई नाव पर सवार थे। वह राजनीति के मैदान में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के साथ थे तो कोयला लोडिंग और ट्रांसपोर्टिग के व्यवसाय में झरिया के भाजपा विधायक संजीव सिंह की शरण में। जबकि पिछले विधानसभा चुनाव में संजीव के बजाय झरिया विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी नीरज सिंह के लिए काम किया था। वह भी खुद की पार्टी झाविमो के प्रत्याशी योगेंद्र प्रसाद यादव के खिलाफ जाकर। व्यवसाय को विस्तार देने के लिए चर्चित फहीम खान के भाई शेर खान से आक्सीजन प्राप्त कर रहे थे। शेर से मेल-जोल की एक गलती ही रंजीत पर भारी पाड़ी और मौका ताड़ 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' ने शिकार कर डाला।
बरगला रहा था शेर खान : कुसुंडा रेलवे फाटक के समीप कार सवार रंजीत सिंह की 21 अगस्त 18 को गोली मार हत्या की जाती है। इसके अगले दिन फहीम खान का भाई शेर खान बनियाहीर स्थित रंजीत के आवास पहुंचता है। वह बयान देता है-रंजीत मेरा सबसे अजीज था। हत्यारे शेर खान से नहीं बच पाएंगे। पुलिस हत्यारों का एनकाउंटर करे। यह बयान हत्याकांड की कहानी समझने के लिए काफी है। शेर खान 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' के विरोधी हैं। गैंग्स के सदस्यों को लगा कि रंजीत से कोयले की ट्रांसपोर्टिग में शेर को लाभ मिल रहा है। इसी तरह से मिलता रहा तो वह मजूबत होगा। इसलिए रंजीत तक खबर भेजवाया कि शेर को दे रहे तो हमें भी दो। इंकार पर गैंग्स के सदस्यों को नागवार गुजरा। प्रिंस ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि उसका मामा शेर खान रंजीत को बरगला रहा था। इसी कारण वह रंगदारी देने में आनाकानी कर रहा था। रंजीत से सटकर शेर फायदा ले रहा था।
मारने की नहीं थी योजना: बहुचर्चित रंजीत हत्याकांड का जैसे-जैसे अनुसंधान आगे बढ़ रहा है कहानी धीरे-धीरे खुल रही है। जेल से रिमांड पर लेकर प्रिंस खान और विक्की से धनबाद पुलिस ने पूछताछ की है। पूछताछ में प्रिंस ने हत्याकांड में अपना हाथ स्वीकार किया है। साथ ही यह भी कहा है कि मारने की योजना नहीं थी। उसे डराने के लिए गोली चलाने को कहा गया था। कार के बोनट पर फायरिंग करनी थी, संयोग से गोली पेट पर लगी और छेदकर रंजीत को जा लगी। अगर रंजीत की हत्या की योजना होती तो चालक मुन्ना भी नहीं बच पाता।
अब वरुण व औरंगजेब को रिमांड पर लेगी पुलिस: इस मामले में गोंदूडीह थाना में रंजीत के भाई संजय सिंह के बयान पर प्रिंस खान एंड ब्रदर्स, राजेश चौहान व बिंट्टू रवानी के खिलाफ हत्या कराने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज है। टीआइ परेड में हत्याकांड के प्रत्यक्षदर्शी मुन्ना खान व इंद्रीजत दोनों शूटर विक्की व औरंगजेब की पहचान कर चुके हैं। रिमांड पर लेने के बाद 24 घंटे तक पूछताछ कर पुलिस ने प्रिंस, विक्की और पंकज को जेल भेज दिया है। पुलिस छानबीन में खुलासा हो चुका है कि सोनू औरंगजेब व वरूण विक्की की बाइक चला रहा था। बाइक से ही पीछा कर रंजीत की कार पर गोली बरसाई गई। पुलिस अब वरुण और औरंगजेब को भी रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।