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इन्हीं दोनों ने रंजीत भैया को मारी थी गोली

धनबाद : झारखंण्ड विकास युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष एवं आउटसोर्सिग कंपनी बीकेबी के प्रबंधक रंज

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 Sep 2018 07:10 PM (IST)Updated: Thu, 06 Sep 2018 07:10 PM (IST)
इन्हीं दोनों ने रंजीत भैया को मारी थी गोली
इन्हीं दोनों ने रंजीत भैया को मारी थी गोली

धनबाद : झारखंण्ड विकास युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष एवं आउटसोर्सिग कंपनी बीकेबी के प्रबंधक रंजीत सिंह को गोली मारकर हत्या कर देने के आरोप में जेल में बंद शमशाद अख्तर ऊर्फ विक्की एवं औरंगजेब की पहचान काड के चश्मदीद गवाह मुन्ना खान एवं इंद्रजीत सिंह ने टीआइ परेड में की है। बुधवार को करीब बारह बजे काड के अनुसंधानक ने धनबाद के अवर न्यायाधीश अखिलेश तिवारी की अदालत में आवेदन देकर पहचान परेड के लिए दंडाधिकारी को प्रतिनियुक्त करने की प्रार्थना की। सहायक लोक अभियोजक सोनी कुमारी की दलील सुनने के बाद अदालत ने प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी रवि नारायण को मंडल कारा धनबाद में टीआइ परेड कराने के लिए प्रतिनियुक्त किया। लगभग सवा चार बजे न्यायिक दंडाधिकारी रवि नारायण पहचान परेड की प्रक्रिया पूरी कर अनुसंधानक के साथ बाहर निकले। दस मिनट बाद देवेन्द्र सिंह के साथ मुन्ना खान एवं इन्द्रजीत सिंह भी निकल गए।

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ऐसे हुई टीआइ परेड में पहचान :

मंडलकारा धनबाद में बारी-बारी से शमशाद एवं औरंगजेब सहित समान कद काठी के 10 लोगों को मजिस्ट्रेट के सामने खड़ा किया गया। दोनों गवाहों से मजिस्ट्रेट ने पूछा, तुम्हारे सामने खड़े लोगों में किसी को पहचानते हो। मुन्ना एवं इंद्रजीत ने शमशाद व औरंगजेब की ओर इशारा करते हुए कहा कि इन्हें मैं चेहरे से पहचानता हूं। फिर मजिस्ट्रेट ने पूछा, इसे कैसे पहचानते हो। दोनो गवाहों ने कहा कि घटना के वक्त मैंने इन्हें रंजीत भैया पर गोली चलाते हुए देखा था। मजिस्ट्रेट ने इस पर उनके नाम पूछे तो उन्होंने नाम शमशाद ऊर्फ विक्की एवं औरंगजेब बताया।

रेलवे फाटक के पास हुई थी हत्या :

गौरतलब है कि गत 21 अगस्त को अपराधियों ने केंदुआडी रेलवे फाटक के पास रंजीत सिंह को गोली मारकर हत्या कर दी थी। अपराधियों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। पुलिस ने खुलासा किया था की रंजीत की हत्या की पृष्ठभूमि गोधर निवासी बिट्टू रवानी एवं धनबाद जेल में बंद कुख्यात अपराधी प्रिंस खान ने तैयार की थी। पुलिस ने पहले पंकज यादव को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में उसने इस काड में शामिल अन्य अपराधियों की जानकारी दी थी। पुलिस की एक टीम ने मुंबई पुलिस की मदद से शमशाद एवं औरंगजेब को पकड़ा था। पूछताछ में दोनों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की। दोनों की निशानदेही पर वरुण की गिरफ्तारी की। गिरफ्तार अपराधियो ंके पास से नाइन एमएम के पिस्टल बरामद हुई थी। फिलवक्त पंकज कुमार यादव, वरुण कुमार विश्वकर्मा ऊर्फ बंटी ऊर्फ बिट्टू , मो0 औरंगजेब, शमशाद अख्तर उफऱ् विककी प्रिंस के मुंशी शकील, नीरज यादव व राजेश सिंह इस मामले में जेल मे हैं। वहीं 4 सितंबर को प्रिंस को भी पुलिस ने इस रिमाड करा दिया है।


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