डिप्टी मेयर के घर रची गई थी विधायक के खासमखस की हत्या की साजिश
भागते वक्त मामा ने गमछे मे लपेटकर पिस्टल रघुकुल के बाहर बैठे हरेन्द्र सिंह को दिया था। चार्जशीट में पुलिस ने 24 लोगों को गवाह बनाया है। राजा यादव चश्मदीद गवाह है।
धनबाद, जेएनएन। झरिया से भाजपा विधायक संजीव सिंह के खासमखास रंजय सिंह ऊर्फ रवि रंजन सिंह की हत्या के आरोप मे जेल में बंद आरा बेरथ निवासी नंद कुमार सिंह उर्फ बबलू उर्फ रूना सिंह उर्फ मामा के खिलाफ कानूनी शिकंजा कस गया है। धनबाद के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी राजीव रंजन की अदालत ने षडय़ंत्र के तहत हत्या और इसके लिए अवैध हथियार का इस्तेमाल करने के मामले को प्रथमदृष्टया सत्य पाते हुए मामा के खिलाफ संज्ञान लिया है। अदालत ने पुलिस द्वारा अनुसंधान में एकत्र किए गए दस्तावेजों व गवाहों के बयान की प्रतिलिपि आरोपित को सप्लाई करने के लिए आठ नवंबर की तारीख निर्धारित कर दी है।
क्या है चार्जशीट में : सोमवार को सरायढेला थाना प्रभारी निरंजन तिवारी ने मामा को शूटर बताते हुए उसके विरूद्ध अदालत मे चार्जशीट दायर की थी जबकि चंदन शर्मा ,हरेन्द्र सिंह व हर्ष सिंह के विरूद्ध अनुसंधान जारी रखने की बात कही थी। 121 पन्नों की चार्जशीट में दावा किया गया है कि हत्या की साजिश सरायढेला स्थित रघुकुल (धनबाद के डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह के अग्रज पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह का आवास) मे तैयार हुई थी। वहीं पर हर्ष ने रंजय की हत्या के लिए मामा व चंदन शर्मा को पिस्टल व मैगजीन उपलब्ध कराये था। हत्या के बाद दोनों फरार हो गये थे। भागते वक्त मामा ने गमछे मे लपेटकर पिस्टल रघुकुल के बाहर बैठे हरेन्द्र सिंह को दिया था। चार्जशीट में पुलिस ने 24 लोगों को गवाह बनाया है। राजा यादव चश्मदीद गवाह है। उसके अलावा रंजय की पत्नी व पिता के अलावे तथा घटनास्थल के पास ठेला व खोंमचा लगाने वाले दुकानदारों को भी गवाह बनाया गया है। हत्या का कारण घटना के दस दिन पहले रंजय व हर्ष के बीच हुई गाली गलौज व रंजय द्वारा हर्ष पर पिस्टल तान देने को बताया गया है। पुलिस ने पांच मोबाइल फोन के कॉल डिटेल का सीडीआर भी कोर्ट को सौंपा थी। इसमें हत्या से पहले और बाद हर्ष और मामा के बीच हुए बातचीत को सीडीआर के द्वारा पुलिस ने साबित करने का प्रयास किया है। वहीं टीआईपी परेड में शूटर के रूप में राजा यादव द्वारा मामा को पहचाने जाने को पुलिस ने मामा के खिलाफ पुख्ता सबूत के रूप में पेश किया है।
गौरतलब हो कि 29 जनवरी 2017 की संध्या करीब 5:30 बजे रंजय सिंह उर्फ राजीव रंजन सिंह की हत्या बिग बाजार के सामने चाणक्य नगर मोड़ पर रामेश्वर तिवारी के घर के समीप गोलियों से भून कर कर दी गई थी।