Ram Mandir Bhumi Pujan: पश्चिम बंगाल के रामभक्तों का जोश उफान पर, मिट्टी-पानी लेकर निकले अयोध्या की राह
Ram Mandir Bhumi Pujan 30 अक्टूबर 1990 को कोठारी भाइयों ने अयोध्या में विवादित धर्मस्थल के गुबंद पर चढ़कर भगवा झंडा लहराया था। इसके बाद पुलिस फायरिंग में दोनों की माैत हो गई थी।
निरसा, जेएनएन। Ram Mandir Bhumi Pujan जब भी अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण आंदोलन की बात चलती है तो कोलकाता के कोठारी बंधु भी याद आते हैं। 30 अक्टूबर, 1990 को दोनों भाइयों ने अयोध्या में विवादित धर्मस्थल के गुबंद पर चढ़कर भगवा झंडा लहराया था। इसके बाद पुलिस फायरिंग में दोनों की माैत हो गई। पश्चिम बंगाल के कोठारी बंधुओं को रामभक्त शहीद का दर्जा देते हैं और उन्हें हर माैके पर याद करते हैं। अब अयोध्या में मंदिर निर्माण शुरू होने की ऐतिहासिक घड़ी 5 अगस्त आ गई है तो पश्चिम बंगाल के रामभक्त कोठारी बंधुओं को याद करते हुए अयोध्या कूच कर रहे हैं। सोमवार को पश्चिम बंगाल की नदियों का पानी और विभिन्न धार्मिक स्थलों की मिट्टी लेकर विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता बुलेट से अयोध्या के लिए रवाना हुए। पश्चिम बंगाल के विश्व हिंदू परिषद कार्यकर्ताओं धनबाद के निरसा में जीटी रोड पर जोरदार स्वागत किया गया।
राम मंदिर के शिलान्यास के लिए बंगाल से विभिन्न नदियों का जल व मिटटी अयोध्या ले जाया जा रहा है। बंगाल की विभिन्न नदियों का जल व मिट्टी विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता बाइक से लेकर अयोध्या जा रहे हैं। बाइक से जा रहे कुल्टी विश्व हिंदू परिषद के प्रखंड अध्यक्ष श्रीराम सिंह व पवन सिंह का सोमवार को निरसा चौक पर विहिप व बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। इस दौरान दुर्गा वाहिनी की धनबाद जिला ग्रामीण जिला संयोजिका सीमा चक्रवर्ती ने सभी को रक्षा सूत्र बांधकर व भगवा पट्टा देकर सम्मानित किया। पश्चिम बंगाल की विभिन्न नदियों का जल व मिट्टी के पात्र को कार्यकर्ताओं ने माथे से लगाकर नमन किया।
श्रीराम सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल की विभिन्न नदियाें का जल व मिट्टी राज जन्मभूमि मंदिर के शिलान्यास स्थल ले जाने का सौभाग्य मिला है। बरसों के संघर्ष के बाद अयोध्या में भगवान श्री राम का भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है। यह भारतीयों के लिए सांस्कृतिक व राष्ट्रीय गर्व की बात है। मौके पर विहिप के महेश मिश्रा, दीपक दास, संजू बजरंगी, तरुण मंडल, सदानंद गोराई ,प्रकाश मंडल, संजय सिंह, संजय महतो, विधान गोप आदि मौजूद थे।