अब सफर में बीमार पड़े तो इलाज के लिए डॉक्टर को देना होगा पांच गुना ज्यादा फीस
भगवान से प्रार्थना कीजिए कि कोई भी रेल सफर में बीमार न हों।
जागरण संवाददाता, धनबाद : भगवान से प्रार्थना कीजिए कि कोई भी रेल सफर में बीमार न हों। सफर में बीमार होने पर कितनी परेशानी का सामना करना पड़ता है भुक्तभोगी ही बता सकते हैं। अब नई परेशानी की बात यह है कि सफर में बीमार पड़ने पर अगर डॉक्टर बुलाते हैं तो आपकी जेब पहले के मुकाबले ज्यादा ढीली होगी। पांच गुणा ज्यादा फीस देना पड़ेगा।
दरअसल, रेलवे ने ट्रेन में डॉक्टर परामर्श शुल्क पांच गुना बढ़ा दिया है। इस बाबत रेलवे बोर्ड के ट्रांसफार्मेशनल एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर राजेश गुप्ता ने सभी जोन के महाप्रबंधकों को आदेश जारी किया है। सफर के दौरान बीमार पड़ने पर यात्री कोच अटेंडेंट या टीटीई को सूचित करते है। इसके बाद अगले स्टेशन या जिस स्टेशन पर डॉक्टर की सुविधा मौजूद हो मरीज का इलाज किया जाता है। इसके लिए रेलवे ने पहले से ही डॉक्टर परामर्श शुल्क निर्धारित कर रखा था। पहले यह शुल्क मात्र 20 रुपये थे। यह नाममात्र का शुल्क होने के कारण ज्यादातर डॉक्टर लेते भी नहीं थे। अब रेल सफर के दौरान चिकित्सक परामर्श शुल्क बढ़ाकर 100 रुपये कर दिया गया है।