धनबाद-चंद्र्पुरा रेल लाइन परिचालन पर 5 फरवरी को लग सकती रेलवे बोर्ड की मुहर!
धनबाद रेल मंडल ने अपनी संयुक्त रिपोर्ट में कतरास स्टेशन पर रूट रिले इंटरलॉकिंग को फिर से चालू करने की अनुमति मांगी है। बांसजोड़ा और सिजुआ का हॉल्ट के रूप में इस्तेमाल हो
धनबाद, जेएनएन। धनबाद-चंद्रपुरा (डीसी) रेललाइन पर दोबारा टे्रन चलाने के लिए चीफ कमिश्नर ऑफ रेल सेफ्टी (सीसीआरएस) के निरीक्षण के बाद सोमवार को धनबाद रेल मंडल इससे जुड़ी संयुक्त रिपोर्ट पूर्व मध्य रेल मुख्यालय को सौंपेगा। इंजीनियरिंग सिग्नल एंड टेलीकॉम और टीआरडी की संयुक्त रिपोर्ट सीसीआरएस को भेजी जाएगी। पहले इस रिपोर्ट को कमिश्नर ऑफ रेल सेफ्टी पूर्वी सर्किल को भेजना था। अब सीसीआरएस को भेजने को कहा गया है। संभावना है कि पांच फरवरी तक डीसी लाइन पर परिचालन संबंधी आदेश रेलवे बोर्ड से जारी होगा। बोर्ड की मुहर लगते ही परिचालन शुरू हो जाएगा।
धनबाद रेल मंडल ने अपनी संयुक्त रिपोर्ट में कतरास स्टेशन पर रूट रिले इंटरलॉकिंग को फिर से चालू करने की अनुमति मांगी है। बांसजोड़ा और सिजुआ का हॉल्ट के रूप में इस्तेमाल होगा। यानी इन दोनों स्टेशनों पर फिलहाल टे्रनें बिना क्रॉसिंग और सिग्नल के ही चलेंगी।
ईसीआर के सीएफटीएम को डीआरएम की जिम्मेदारी : डीआरएम अनिल कुमार मिश्रा के अवकाश पर रहने के कारण उनकी जिम्मेदारी पूर्व मध्य रेल (ईसीआर) के चीफ फ्रेट ट्रैफिक मैनेजर (सीएफटीएम) शिव कुमार प्रसाद को सौंपी गई है। संयुक्त रिपोर्ट की समीक्षा के बाद प्रसाद ही इसे सीसीआरएस को भेजेंगे।
पहले चरण में आधा दर्जन ट्रेनें चलेंगी : रेलवे बोर्ड की मंजूरी मिलने पर पहले चरण में आधा दर्जन डायवर्ट टे्रनों को चलाने की तैयारी है। इनमें रांची-जयनगर एक्सप्रेस, रांची-भागलपुर वनाचंल एक्सप्रेस, रांची-हावड़ा शताब्दी एक्सप्रेस, हटिया-पटना पाटलिपुत्र एक्सप्रेस, हावड़ा-जबलपुर शक्तिपुंज एक्सप्रेस हैं। दरभंगा-सिकंदराबाद और रक्सौल-हैदराबाद एक्सप्रेस को भी पुन: धनबाद से चलाने की स्वीकृति मांगी जा रही है। बदले मार्ग पर चलने से अभी ये दोनों ट्रेनें घंटों लेट रहती हैं।