रेलवे बोर्ड ने डीसी लाइन पर रेल परिचालन को दिखाई हरी झंडी, 15 फरवरी से चलेंगी ट्रेनें
भूमिगत आग से खतरा बताते हुए तत्कालीन कोयला सचिव सुशील कुमार के दबाव में 15 जून 17 को डीसी लाइन बंद कर दी गई थी। तब इस लाइन पर 26 जोड़ी मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन होता था।
धनबाद, जेएनएन। 15 जून 2017 से बंद धनबाद-चंद्रपुरा (डीसी) रेल लाइन पर फिर से रेल परिचालन होगा। इसकी स्वीकृति रेलवे बोर्ड ने दे दी है। इस लाइन पर मंगलवार यानी 5 फरवरी से मालगाड़ियों का परिचालन किया जाएगा। जबकि 15 फरवरी से यात्री गाड़ियों का परिचालन होगा।
डीसी लाइन पर रेल परिचालन शुरू करने का रेलवे बोर्ड का निर्णय धनबाद कोयलांचल के लाखों लोगों के लिए खुशियों की साैगात लेकर आया है। डीसी लाइन बंद होने के बाद करीब बीस माह से आंदोलन जारी था। फिर से रेल परिचालन शुरू करने की मांग की जा रही थी। यूं तो कोयलांचल के हर नेता और संगठन डीसी लाइन चालू करने की मांग कर रहे थे लेकिन गिरिडीह के सांसद रवींद्र पांडेय ने अभियान चला रखा था। क्योंकि डीसी लाइन का अधिकांश हिस्सा उनके संसदीय क्षेत्र में पड़ता है। बंदी के बाद उन्हें जनता के आक्रोश का खामियाजा लोकसभा चुनाव में भुगतने का डर सता रहा था।
सीसीआरएस के दाैरे के बाद जगी थी उम्मीदः रेलवे के चीफ कमिश्नर ऑफ रेल सेफ्टी (सीसीआरएस) शैलेश पाठक ने 23 जनवरी को डीसी लाइन का निरीक्षण किया था। उन्होंने निरीक्षण के बाद कहा था कि सुरक्षा कोई मुद्दा नहीं है। डीसी लाइन पर रेल परिचालन किया जा सकता है। निरीक्षण के बाद उन्होंने रेल परिचालन की स्वीकृति प्रदान करते हुए रिपोर्ट दी। इसके बाद एक फरवरी को पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक ललितचंद्र त्रिवेदी ने रेलवे बोर्ड चेयरमैन वीके यादव को पत्र भेजकर परिचालन शुरू करने की अनुमति मांगी।
26 जोड़ी मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों का होता था परिचालनः भूमिगत आग से खतरा बताते हुए तत्कालीन केंद्रीय कोयला सचिव सुशील कुमार के दबाव में 15 जून 17 को डीसी लाइन बंद कर दी गई थी। तब इस लाइन पर 26 जोड़ी मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन होता था। इसके बाद ही प्रतिदिन 36 मालगाड़ियां चला करती थीं। सलाना करीब 1.5 करोड़ यात्री सफर करते थे। पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि रेलवे बोर्ड ने डीसी लाइन पर ट्रेनों के परिचालन की स्वीकृति प्रदान कर दी है।