मटकुरिया फ्लाइओवर व झरिया रेललाइन पर सड़क निर्माण के लिए एनओसी देने को रेलवे राजी
मटकुरिया से नावाडीह मोड़ तक फ्लाईओवर और धनबाद स्टेशन के दक्षिणी छोर से बंद पड़े झरिया रेललाइन से होकर डीएवी स्कूल के समीप पुल तक अंडरपास निर्माण की प्रक्रिया अब रफ्तार लेगी।
जागरण संवाददाता, धनबाद: मटकुरिया से नावाडीह मोड़ बिनोद बिहारी महतो चौक तक फ्लाईओवर और धनबाद स्टेशन के दक्षिणी छोर से बंद पड़े झरिया रेललाइन से होकर डीएवी स्कूल के समीप पुल तक अंडरपास व सड़क निर्माण की प्रक्रिया रेलवे से एनओसी मिलते ही रफ्तार लेगी।
248 करोड़ की दो महत्वपूर्ण योजनाओं को लेकर मेयर चंद्र शेखर अग्रवाल ने मंगलवार को रेलवे के सीनियर डीईएन को-ऑर्डिनेशन बीके सिंह के साथ बैठक की। इस दौरान मेयर ने नक्शा के माध्यम से उन्हें योजना की विस्तृत जानकारी दी। रेलवे ने जल्द से जल्द एनओसी देने पर सहमति जताई।
रेलवे ट्रैक के नीचे से गुजरेगा अंडरपास: झरिया रेलवे लाइन पर पुराना बाजार जानेवाली सड़क पर डीएवी स्कूल के समीप से डायमंड क्रॉसिंग तक सड़क बनेगी। डायमंड क्रॉसिंग के समीप रेलवे लाइन के नीचे अंडरपास लिमिटेड हाईट सबवे का निर्माण होगा, जो एक से दूसरे छोर तक बनेगी। फिर वहां से स्टेशन तक सड़क का निर्माण होगा।
बैंक मोड़ ओवरब्रिज पर कम होगा दबाव: स्टेशन के दक्षिणी छोर तक वैकल्पिक सड़क का निर्माण होने से बैंक मोड़ ओवरब्रिज पर यातायात दबाव कम होगा। झरिया, कतरास सहित लाखों की आबादी वैकल्पिक मार्ग से स्टेशन तक पहुंच सकेगी।
रेलवे के तालाबों का सौंदर्यीकरण कराएगा नगर निगम: वाच एंड वार्ड कॉलोनी के लोको टैंक और रांगाटांड़ के पंपू तालाब का सौंदर्यीकरण अब नगर निगमकराएगा। रेलवे ने इसका दायित्व निगम को सौंपने का निर्णय लिया है। मंगलवार को मेयर के साथ हुई सीनियर डीईएन को-ऑर्डिनेशन की बैठक में इसप र सहमति जताई गई। रेलवे ने बेकारबांध के तर्ज पर इन दोनों तालाबों के सौंदर्यीकरण का आग्रह किया। का मानना है कि इससे न सिर्फ सौंदर्यीकरण होगा बल्कि अतिक्रमण पर भी काफी हद तक रोक लग सकेगी।
धनबाद, कतरास व पाथरडीह के रेल भवन में निगम का ट्रेनिंग सेंटर: धनबाद, कतरास और पाथरडीह में रेलवे के बेकार पड़े भवनों का उपयोग नगर निगम ट्रेनिंग सेंटर के रूप में करेगा। बुधवार को हुई बैठक में मेयर ने कहा कि वह स्थल निरीक्षण कर संबंधित रिपोर्ट रेलवे को सौंपेंगे। रिपोर्ट के आधार पर भवन उपलब्ध कराने का आग्रह किया जाएगा। निगम ने स्वयं सहायता समूह तैयार किया है, जिसमें सैंकड़ों महिलाएं शामिल हैं। प्रशिक्षण और उत्पादन के लिए जगह की आवश्यकता है और इसी उद्देश्य से रेलवे के बेकार पडे भवनों को ट्रेनिंग सेंटर के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गई है।