रेलवे यूनियन चुनाव को लेकर महागठबंधन ने ठोंकी ताल
धनबाद : धनबाद रेल मंडल में कर्मचारी भय के माहौल में काम कर रहे हैं। बावजूद इसके उन्हें
धनबाद : धनबाद रेल मंडल में कर्मचारी भय के माहौल में काम कर रहे हैं। बावजूद इसके उन्हें सुरक्षा देने के बजाय मान्यताप्राप्त यूनियन प्रबंधन की गोद में बैठ गया है। यूनियन की निष्क्रियता से रेलकर्मी आक्रोशित हैं और मान्यता को लेकर होनेवाले चुनाव में उन्हें हराकर परिवर्तन लाएंगे। यह बातें रेलवे कर्मचारी संगठनों के विलय कर बने महागठबंधन के पदाधिकारियों ने कही। ईस्ट सेंट्रल रेलवे मेंस कांग्रेस राम मूरत गुट के अध्यक्ष राम मूरत व महामंत्री गुप्तेश्वर तिवारी, ईस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री बीके सिंह व सतराजीत सिंह के नेतृत्व में रविवार को महागठबंधन की बैठक हुई। इस दौरान मान्यताप्राप्त यूनियन के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली गई। धनबाद स्टेशन पर बातचीत के दौरान महागठबंधन पदाधिकारियों ने कहा कि आवास मरम्मत के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी होने के बाद भी रेलवे अस्पताल खाली है। रेलवे अस्पताल में सुधार लाने के बजाय कमीशनखोरी के लिए निजी अस्पतालों से करार किया जा रहा है। मौके पर नागेंद्र पासवान, मंटु सिन्हा, राज बहादुर सिंह, पीके विश्वास, मुन्ना तिवारी, शिवजी प्रसाद, अनिल पांडेय, राज कुमार व अन्य शामिल थे।
बागी नेताओं का स्वागत : यूनियन नेताओं ने कहा कि मान्यताप्राप्त यूनियन में आवाज उठाने वाले जिस प्रतिनिधि की आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है, अगर वह महागठबंधन से जुड़ना चाहते हैं तो उनका स्वागत है। महागठबंधन जोड़ने वाला संगठन है तोड़ने वाला नहीं।