ट्रेन में इलाज करने आएंगे डॉक्टर तो मिलेगा बिल
धनबाद : लंबी दूरी की ट्रेनों में सफर के दौरान कई बार यात्रियों की तबीयत बिगड़ जाती है।
धनबाद : लंबी दूरी की ट्रेनों में सफर के दौरान कई बार यात्रियों की तबीयत बिगड़ जाती है। सही समय पर सूचना मिल जाए तो उनके प्राथमिक उपचार का बंदोबस्त रेलवे करती है। कई बार समय पर फर्स्ट एड मिल जाने से यात्री की जान बच जाती है। इस सुविधा के लिए प्रत्येक यात्री से सौ रुपये चिकित्सक परामर्श के तौर पर शुल्क लिया जाता है। अभी इस शुल्क से जुड़ी कोई पर्ची यात्रियों को नहीं दी जाती है। नई व्यवस्था के तहत अब ऐसे यात्री को ईएफटी यानी एक्सेस फेयर टिकट पर्ची दी जाएगी। इसमें परामर्श शुल्क के साथ इंजेक्शन, दवा वगैरह के शुल्क भी अलग से जुड़े रहेंगे। यानी आपको इसकी पूरी जानकारी दी जाएगी कि आपने रेलवे को कितना बिल चुकाया जाएगा।
दरअसल, ईएफटी यात्रा विस्तार करने पर चुकाने पड़ते हैं। इस सुविधा का लाभ लेकर एक निर्धारित शुल्क टिकट चेकिंग स्टाफ को चुकाने पर पर्ची मिलती है। अब इसी तर्ज पर ट्रेनों में तबीयत बिगड़ने पर भी शुल्क चुकाने होंगे और ईएफटी पर्ची मिलेगी। यात्रियों से ली गई रकम रेलवे के खाते में मा होगी।
जुलाई से पांच गुणा बढ़ा परामर्श शुल्क
रेलवे के डॉक्टरों के लिए पहले परामर्श शुल्क केवल 20 रुपये ही थे, जिसे इस वर्ष जुलाई में बढ़ाकर 100 रुपये किया गया है।
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धनबाद मंडल में इन स्टेशनों पर फर्स्ट एड की सुविधा
धनबाद रेल मंडल में धनबाद, गोमो व कोडरमा में रेलवे की आपातकालीन चिकित्सा सुविधा मिलेगी। दूसरी ओर, सीआइसी सेक्शन में बरकाकाना, चोपन व रेणुकूट में भी यह सुविधा मिलेगी।