Lockdown: 13 दिन में फ्लैट के अंदर बना दी लघु फिल्म- कहीं तुम्हें नफरत न हो जाए
राहुल ने बताया कि हनीफ ने लॉकडाउन के दौरान कहानी लिखी। मुझे 15 अप्रैल को मिली। 16 से 20 अप्रैल तक शूट किया। 28 अप्रैल तक एडिटिंग की। 29 अप्रैल को सोशल मीडिया में रिलीज कर दी।
दुमका [आरसी सिन्हा ]। लॉकडाउन ने सबकी जिंदगी बदल दी। लॉकडाउन में 40 मिनट की एक लघु फिल्म बनकर तैयार हो गई है। फिल्म की शूटिंग की बात होते ही जेहन में लाइट कैमरा एक्शन की आवाज कौंधती है। हैरान हो जाएंगे यह सुनकर कि मुंबई के एक वन बीएचके के फ्लैट में पूरी फिल्म बन गई, कहीं तुम्हें नफरत न हो जाए। शूटिंग और एडिटिंग स्मार्टफोन से ही हुई। तकनीक व समय के साथ बदलने की तमन्ना का प्रयोग साकार हो गया। कहानी की पटकथा दुमका में रहने वाले लेखक प्रो. हनीफ ने लिखी है।
यह फिल्म मुंबई में बनी पर इसके तार झारखंड के दुमका से जुड़े हैं। कहानी की पटकथा दुमका में लिखी गई। नायक राहुल रंजन दुमका के रहने वाले हैं। नायिका राहुल की पत्नी दीप्ति रंजन हैं। ये दोनों मायानगरी में अभिनय कला का लोहा मनवा रहे हैं। राहुल सिने अभिनेता मनोज वाजपेयी के साथ बुधिया सिंह बॉर्न टू रन में काम कर चुके हैं। द रेड कॉरिडोर व पंचलेट जैसी फिल्मों में अभिनय किया।
15 अप्रैल को मिली कहानी, 29 को फिल्म कर दी रिलीज
राहुल ने बताया कि प्रो. हनीफ ने लॉकडाउन के दौरान कहानी लिखी। जो मुझे 15 अप्रैल को मिली। 16 से 20 अप्रैल तक शूट किया। 28 अप्रैल तक एडिटिंग की। 29 अप्रैल को सोशल मीडिया में रिलीज कर दी। जीरो बजट की यह फिल्म सूरज और घर के बल्ब की रौशनी में बनी। साउंड रिकॉर्डिंग मोबाइल से की। शूटिंग भी हम दोनों ने मिलकर की। पूरी फिल्म अपने फ्लैट में बनाई।
प्रेम कहानी के हर मोड़ पर मोहब्बत के रंग
फिल्म के नायक, निर्माता, निर्देशक राहुल कहते हैं कि कहानी में मोहब्बत के कई रंग दिखेंगे। घर से बाहर नहीं निकलने की बाध्यता के बीच इसे पूरा किया। यह सलीम और मरजीना की प्रेम कहानी है। मरजीना अपने प्रेमी सलीम के प्रेम का इम्तिहान लेती है। सलीम इसमें सफल होता है और दोनों एक हो जाते हैं। क्लाइमेक्स तब आता है, जब दोनों फेसबुक पर होते हैं। मरजीना सलीम से कहती है कि वह शादीशुदा है। पति इटली में डॉक्टर था, कोरोना से उसकी मौत हो गई। सलीम के हाथ पांव फूल जाते हैं। यह भी कहती है कि गर्भवती है, जन्म के बाद बच्चे के पिता का नाम तुम्हारा होगा। तब सलीम संबंधविच्छेद कर लेता है। एक दिन मरजीना सलीम केघर आ जाती है। अब दोनों की परीक्षा की घड़ी है। सलीम कहता है तुम आ ही गई तो कोई बात नहीं। तब मरजीना राज खोलती है कि सारी बातें झूठ थीं। देख रही थी तुम मुझे कितना प्यार करते हो।