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Jharkhand Assembly Election 2019 : झरिया का रण... जेठानी तैयार, अब देवरानी का इंतजार

रागिनी सिंह की चचेरी देवरानी पूर्णिमा सिंह ने भी झरिया से चुनाव लड़ने का एलान कर रखा है। वह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहती हैं।

By MritunjayEdited By: Published: Mon, 11 Nov 2019 08:30 AM (IST)Updated: Mon, 11 Nov 2019 08:30 AM (IST)
Jharkhand Assembly Election 2019 : झरिया का रण... जेठानी तैयार, अब देवरानी का इंतजार
Jharkhand Assembly Election 2019 : झरिया का रण... जेठानी तैयार, अब देवरानी का इंतजार

झरिया, जेएनएन। भारतीय जनता पार्टी ने रागिनी सिंह को झरिया विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतारने का निर्णय लिया है। Jharkhand Assembly Election 2019 के लिए भाजपा द्वारा जारी 52 प्रत्याशियों की पहली सूची में रागिनी सिंह का नाम है। रागिनी झरिया से भाजपा विधायक संजीव सिंह की पत्नी हैं। संजीव सिंह जेल में बंद हैं इसलिए उन्होंने अपनी पत्नी को चुनाव मैदान में उतार दिया है।

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भाजपा की तरफ से रागिनी सिंह के नाम की घोषणा होने के बाद एक पक्ष की तस्वीर पूरी तरफ साफ हो गई है। अब कांग्रेस की बारी है। क्योंकि रागिनी सिंह की चचेरी देवरानी पूर्णिमा सिंह ने भी झरिया से चुनाव लड़ने का एलान कर रखा है। वह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहती हैं। 2014 के चुनाव में पूर्णिमा के पति नीरज सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर झरिया से चुनाव लड़ा था। चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। बाद में उनकी हत्या कर दी गई। अगर कांग्रेस पूर्णिमा सिंह को टिकट देती है तो झरिया में जेठानी और देवरानी के बीच दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा।

इधर  झरिया विधानसभा से रागिनी को टिकट दिये जाने से विधायक कार्यालय कतरास मोड़ व झरिया के भाजपा कार्यकर्ताओं में अपार खुशी है। विधायक कार्यालय में मिठाइयां बांटी गई। मालूम हो कि झरिया के विधायक संजीव हत्या के आरोप में लगभग ढाई साल से जेल में हैं। इस कारण पार्टी ने चुनाव में संजीव की जगह उनकी पत्नी रागिनी को टिकट देकर भरोसा जताया है। रागिनी कई माह से चुनाव को लेकर झरिया विधानसभा क्षेत्र में लगातार दौरा कर लोगों से जन संपर्क कर रही है। संजीव के जेल से चुनाव लडऩे की बात कहे जाने के बाद पार्टी ने यह निर्णय लिया। टिकट को लेकर रागिनी आशान्वित थी। लेकिन संशय बना हुआ था। रांची से दावेदारों की सूची दिल्ली भेजे जाने के बाद आलाकमान ने उन्हें पार्टी का टिकट विधानसभा में देने का निर्णय लिया। अपने खानदान की राजनीति विरासत को अब रागिनी बढायेगी।

परिवार में सबसे पहले सूर्यदेव सिंह झरिया से विधायक बने। कई विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने के बाद उनका निधन हो गया। अलग झारखंड राज्य बनने के बाद उनके अनुज बच्चा सिंह झरिया से विधायक बने। इसके बाद स्व. सूर्यदेव की पत्नी कुंती देवी कई बार झरिया से विधायक बनी। इसके बाद स्व. सूर्यदेव के पुत्र संजीव सिंह पिछले चुनाव में झरिया से जीत हासिल की। वर्ष 2019 के झरिया विधानसभा समर में विधायक संजीव की पत्नी रागिनी सिंह भाजपा से चुनाव लड़ेगी। पार्टी से टिकट मिलने के बाद इसकी पुष्टि भी हो गई। 


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