बुद्धा इंटरनेशनल सर्किट में धमाल मचाएगी स्पिटफायर रेसिंग कार
प्रतियोगिता में देश भर के 130 अभियंत्रण संस्थानों की टीम स्वनिर्मित रेसिंग कार के साथ भाग ले रही हैं।
सिंदरी। बीआइटी सिंदरी के छात्रों की ओर से निर्मित फार्मूला रेसिंग कार स्पिटफायर अनोखी डिजाइन और तकनीकी का धमाल मचाने ग्रेटर नोएडा के लिए रवाना हो गई है। यह कार सोसाइटी ऑफ आटोमोटिव इंजीनियर्स इंडिया की ओर से 11 जून से आयोजित स्टूडेंट फार्मूला रेसिंग कार, डिजाइनिंग एंड इंजीनियरिंग इवेंट में भाग लेगी। बुद्धा इंटरनेशनल सर्किट ग्रेटर नोएडा में रेसिंग कार प्रतियोगिता 11 जून से शुरू होकर 16 जून तक चलेगी।
प्रतियोगिता में देश भर के 130 अभियंत्रण संस्थानों की टीम स्वनिर्मित रेसिंग कार के साथ भाग ले रही हैं। इनमें आइआइटी (आइएसएम धनबाद), आइआइटी पटना, आइआइटी मंडी, एनआइटी पटना, जमशेदपुर, वारंगल, हमीरपुर, रायपुर और बीआइटी सिंदरी की टीमें भी हैं। इसके पूर्व प्रतियोगिता में पात्रता के लिए आयोजित डिजाइन एवं तकनीकी क्षमताओं की प्रदर्शनी में आइआइटी धनबाद की टीम मैकाइज्मू 24 वें स्थान व बीआइटी सिंदरी की टीम स्पिटफायर 29 वें स्थान पर रही थी।
ये हैं टीम में
बीआइटी सिंदरी की टीम स्पिटफायर में निशांत सौरभ, शुभम राज, मनोरंजन शर्मा, दीपक कुमार (प्रोडक्शन अभियंत्रण), बाबू आनंद, शुभम कुमार, अमन आनंद, शिवम, अमित कुमार, विक्रम कुमार, अभिजीत सिन्हा, इंद्र कुमार शर्मा, अमरेश कुमार, जयंत कुमार, सुधांशु रंजन (मैकेनिकल अभियंत्रण), सुमन सौरभ, अभय कुमार (केमिकल), आशुतोष हिमांशु (मेटलर्जिकल) चंदन तिवारी (सिविल) शामिल हैं। तकनीक व पावर का बेजोड़ कंबीनेशन टीम लीडर निशांत सौरभ ने बताया कि स्पिटफायर के निर्माण पर पांच लाख रुपये की लागत आती है। स्पिटफायर में केटीएम ड्यूक के 390 सीसी क्षमता का इंजन लगाया गया है। अधिकतम गति 130 किलोमीटर है। डिस्क ब्रेक सिस्टम के कारण किसी भी स्थिति में इसे कहीं भी रोका जा सकता है। चालक के लिए पांच सुरक्षा बेल्ट लगाए गए हैं।