बीपीएल बच्चों के नामाकन पर धनबाद के पब्लिक स्कूलों ने साधी चुप्पी
धनबाद के पब्लिक स्कूलों ने बीपीएल बच्चों के नामाकन पर चुप्पी साध ली है। केवल यही नहीं पब्लिक स्कूलों से जब बीपीएल बच्चों के नामाकन से संबंधित जवाब मागी गई तो स्कूलों ने इसका जवाब देना भी जरूरी नहीं समझा। शहर के आधे से अधिक स्कूलों ने पहली सूची के माध्यम से हुए नामाकन की जानकारी जिला शिक्षा अधीक्षक को अबतक नहीं सौंपी है।
धनबाद : धनबाद के पब्लिक स्कूलों ने बीपीएल बच्चों के नामाकन पर चुप्पी साध ली है। केवल यही नहीं पब्लिक स्कूलों से जब बीपीएल बच्चों के नामाकन से संबंधित जवाब मागी गई तो स्कूलों ने इसका जवाब देना भी जरूरी नहीं समझा। शहर के आधे से अधिक स्कूलों ने पहली सूची के माध्यम से हुए नामाकन की जानकारी जिला शिक्षा अधीक्षक को अबतक नहीं सौंपी है। जिसके कारण दूसरी सूची जारी करने या बची हुई सींटों पर नामाकन प्रक्रिया शुरू नहीं हो पा रही है। पब्लिक स्कूलों में बची सीटों के संबंध में जानकारी प्राप्त करने के लिए अभिभावक डीएसई कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। कई अभिभावकों ने स्कूल जाकर भी नामाकन की जानकारी मागी तो उन्हें कहा गया कि कोरोना के कारण अभी नामाकन नहीं लिया जा रहा है। जिले के 50 पब्लिक स्कूलों के करीब 1321 सीटें नर्सरी या अन्य इंट्री कक्षा में है। स्कूलों के द्वारा जानकारी नहीं देने के कारण विभाग को यह जानकारी ही नहीं हो पा रही है कि इन स्कूलों में कितना नामाकन हुआ और कितनी सीटें बची हुई है। जिला शिक्षा अधीक्षक ने जानकारी के लिए स्कूलों को पत्र भी लिखा लेकिन स्कूलों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। विभाग सीटों की जानकारी के इंतजार में बैठा हुआ है। वहीं जिला शिक्षा अधीक्षक इंद्र भूषण सिंह ने कहा कि बीपीएल बच्चों के नामाकन को लेकर विभाग गंभीर है। उन्होंने कहा कि विभाग को निर्देश दिया गया है कि इस संबंध में फिर से पत्र जारी कर स्कूलों से बची हुई बीपीएल सीटों की जानकारी मांगी जाए। उन्होंने कहा कि नामाकन संबंधी प्रक्रिया नवंबर तक पूरा करने का निर्देश भी दिया गया है।