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एमपीएल व उसके आसपास के क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू

संवाद सहयोगी निरसा वेतन वृद्धि पदोन्नति व नियुक्ति पत्र की मांग को लेकर एमपीएल के मजदूरों का

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Aug 2021 09:11 PM (IST)Updated: Wed, 04 Aug 2021 09:11 PM (IST)
एमपीएल व उसके आसपास के क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू
एमपीएल व उसके आसपास के क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू

संवाद सहयोगी, निरसा :वेतन वृद्धि, पदोन्नति व नियुक्ति पत्र की मांग को लेकर एमपीएल के मजदूरों का चल रहे आंदोलन के चौथे दिन बुधवार को एसडीएम सुरेंद्र कुमार के निर्देश पर एमपीएल व उसके आसपास के क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई है। मजदूरों को एमपीएल गेट के पास से जबरन भगा दिया गया। इस दौरान पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में ले लिया। हालांकि बाद में दोनों को छोड़ दिया गया। वहीं मजदूरों के समर्थन में पहुंचे पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने एमपीएल ओपी में एसडीपीओ पीतांबर सिंह खेरवार के साथ वार्ता की। उन्होंने प्रशासन व पुलिस द्वारा मजदूरों पर दमनकारी नीति का विरोध किया। इस बीच मजदूरों का कहा कि पुलिस प्रशासन ने जबरन उन लोगों को एमपीएल गेट के पास से भगा दिया है। बावजूद उनका आंदोलन जारी है। मजदूर आपस में बैठकर आगे की रणनीति बना रहे हैं। उसके बाद आंदोलन को और धारदार बनाया जाएगा। वही आंदोलन दौरान प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी डाक्टर संतोष कुमार की शिकायत पर तीन लोगों पर एमपीएल ओपी में नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस संबंध में पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने कहा कि एमपीएल प्रशासन को गुमराह कर मजदूरों के आंदोलन को कुचलने का काम कर रही है। किसी भी समस्या का समाधान वार्ता के माध्यम से हो सकता है। प्रशासन को भी चाहिए कि दोनों पक्ष की बातों को सुनकर जो सही है उसके साथ खड़ा रहे। झारखंड सरकार व श्रम कानून के अनुसार पांच वर्ष में मजदूरों के बेसिक वेतन का 5 प्रतिशत वृद्धि किया जाना है। साथ ही मजदूरों को पदोन्नति भी देनी है। आइटीआइ प्रशिक्षित मजदूरों से अर्ध कुशल मजदूर का काम लिया जा रहा है। एमपीएल प्रबंधन की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी । आंदोलन को और तेज व धारदार बनाया जाएगा। वहीं एसडीएम सुरेंद्र कुमार ने कहा कि मजदूरों व एमपीएल प्रबंधन के बीच मंगलवार की रात ही वार्ता में सहमति बनी थी कि मजदूरों व एमपीएल के प्रतिनिधि विभिन्न फैक्ट्रियों में जाकर स्थिति का आकलन करेंगे। उसके बाद एमपीएल प्रबंधन उसे मानेगी। उसके बावजूद गाड़ियों को रोकना, प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी के साथ मारपीट करना कहीं से भी जायज नहीं है। एमपीएल परिसर के आसपास धारा 144 लगा दी गई है। जिन्होंने प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी के साथ मारपीट की है उन्हें हर हालत में गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।

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तीन नामजद व अन्य पर मामला दर्ज

मंगलवार को एमपीएल के मजदूरों द्वारा प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी सह निरसा प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी डाक्टर संतोष कुमार के साथ मारपीट के मामले में उनकी शिकायत पर गोविदा चौबे, चंडी तिवारी, रवि तिवारी व अज्ञात पर मारपीट करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का मामला एमपीएल ओपी में दर्ज किया गया है। पुलिस नामजद लोगों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।


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