CIMFR के लिए खास है यह साल, नवंबर में धनबाद आ सकते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
कोल टू मिथेनॉल प्रोजेक्ट से 2030 तक सौ मिलीयन टन कोयले का गैसीफिकेशन करने का लक्ष्य है। इससे पर्यावरण में कार्बन डाईऑक्साइट की मात्रा को कम करने में काफी तक मदद मिलेगी। कोयले से मिथेनॉल बनाने का प्रोजेक्ट सिंफर के लिए काफी महत्वाकांक्षी है।
धनबाद, जेएनएन। केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान (CIMFR) अपना 75वां साल मना रहा है। संस्थान का प्लैटिनम जुबली समारोह नवंबर 2021 में आयोजित होगा। इसे यादगार बनाने के लिए संस्थान में अभी से तैयारी चल रही है। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ सकते हैं। इसके लिए सिंफर पीएमओ से एप्रोच कर रहा है। डिगवाडीह परिसर में कोल टू मिथेनॉल प्लांट विकसित हो रहा है, जिसके नवंबर तक पूरा होने की पूरी संभावना है।
क्या है कोल टू मिथेनॉल प्रोजेक्ट
कोल टू मिथेनॉल प्रोजेक्ट से 2030 तक सौ मिलीयन टन कोयले का गैसीफिकेशन करने का लक्ष्य है। इससे पर्यावरण में कार्बन डाईऑक्साइट की मात्रा को कम करने में काफी तक मदद मिलेगी। कोयले से मिथेनॉल बनाने का प्रोजेक्ट सिंफर के लिए काफी महत्वाकांक्षी है।
मशरूम की खेती के लिए दूसरे बैच का प्रशिक्षण शुरू
ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए सिंफर में मशरूम की खेती के लिए प्रशिक्षण का दूसरा दौर रविवार से शुरू हुआ। प्रशिक्षण के उद्घाटन समारोह में सीएसआइआर महानिदेशक डॉ. शेखर सी मांडे और उनकी पत्नी शर्मिला मांडे पहुंची। प्रोजेक्ट हेड डॉ. डीबी सिंह ने बताया कि मशरूम की खेती के साथ-साथ किसानों को वर्मी कंपोस्ट वर्मीवॉश जैविक कीटनाशक, जैविक खाद और संरक्षित खेती काभी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस दौरान मशरूम से बने उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। सिंफर लेडीज क्लब की अध्यक्ष उषा सिंह, नंदिता सिंह समेत अन्य उपस्थित थे।