अजय पासवान हत्याकांड: एक घंटे पहले ही पार्टी में पहुंच गए थे आरोपी, शराब की एक बोतल में तय हुआ हत्या का सौदा
जमीन कारोबारी अजय पासवान की हत्या के लिए प्रह्लाद उर्फ मतला व लालू हाजरा ने कोई पैसे नहीं लिए सिर्फ एक बोतल शराब में ही पूरा का निपटा लिया। जयमंगल के लिए ये दोनों पिछले चार सालों से काम कर रहे थे।
जासं, धनबाद। वीर कुंवर सिंह कालोनी निवासी जमीन कारोबारी अजय पासवान की हत्या प्रह्लाद उर्फ मतला व लालू हाजरा ने मात्र एक बोतल शराब में ही कर दी। हत्या करने के लिए इन्हें कोई पैसा जयमंगल हाजरा ने नहीं दिया था। बस्ती के लोगों ने बताया कि जयमंगल के लिए यह दोनों पिछले चार वर्ष से बाडीगार्ड का काम कर रहे थे। हर माह इन्हें सैलरी दी जाती थी। इसके अलावा इन्हें रोज शराब भी दिया जाता था।
समीर मंडल हत्याकांड के बाद जब जयमंगल जेल से बेल पर बाहर आया तो बगुला बस्ती में इनकी पकड़ और मजबूत हो गई। प्रहलाद व लालू जयमंगल से पहले से ही जुड़े हुए थे, लेकिन जेल से निकलने का बाद ये लोग उसके खास शागिर्द बन गए। बस्ती के लोगों के अनुसार ये दोनों दिन भर जयमंगल के घर में ही रहते थे। रात में तीनों साथ मिलकर पार्टी भी करते थे।
घटना वाले दिन एक घंटे पहले ही पार्टी में पहुंच गए थे आरोपित
दूसरी तरफ पुलिस तीनों आरोपितों की तलाश में बुधवार को बगुला बस्ती भी गई। तीनों के घरवालों से पूछताछ भी की गई। पूछताछ में पता चला कि मतला व लालू शराब के आदि थे। इसी बात का फायदा जयमंगल हाजरा ने उठा लिया। पुलिस के अनुसार, जिस दिन अजय पासवान की गोली मारकर हत्या की गई, उस दिन भी यह लोग शराब के नशे में धुत थे। पार्टी में मौजूद बगुला बस्ती के लोगों के अनुसार घटना वाले दिन ये लोग एक घंटे पहले ही पार्टी में आ चुके थे और बार-बार अंदर-बाहर आ-जा रहे थे। ये लोग रात के नौ बजे तक पार्टी में ही रहे और इस बीच जैसे ही अजय पार्टी में पहुंचा उस पर गोली चला दी।
समीर की हत्या के बाद छोटू व गांधी बन गए थे जयमंगल का दुश्मन
जयमंगल ने समीर मंडल की हत्या करने के लिए जेसी मल्लिक मार्ग निवासी आशीष रंजन उर्फ छोटू और वासेपुर निवासी सतीश सिंह उर्फ गांधी को पांच-पांच लाख रुपये देने की बात कही थी। लेकिन हत्या के बाद इन्हें पूरा पैसा नहीं दिया गया। इसके बाद ये लोग जयमंगल के दुश्मन बन गए थे। जेल में भी इन्हें आशीष रंजन उर्फ छोटू ने धमकी दी थी।
मगर नीरज हत्याकांड के आरोपितों के शरण में जाने के बाद जयमंगल को राहत मिली इसलिए अजय की हत्या के लिए जयमंगल ने किसी प्रोफेशनल शूटर का सहारा नहीं लिया। वहीं, अजय के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भाजपा जिला महानगर का एक प्रतिनिधिमंडल एसएसपी संजीव कुमार से मिला। इसका नेतृत्व भाजपा महानगर के जिला मंत्री महेश पासवान ने किया।