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डाकघरों में भी शुरू हुई RTGS व NEFT के जरिए मनी ट्रांसफर की सुविधा...आप भी जान‍िए इसके न‍ियम

अब धनबाद जिले में भी डाकघर के माध्यम से लोग आरटीजीएस और एनईएफटी के जरिए मनी ट्रांसफर सुविधा का लाभ ले सकेंगे। खास बात यह है की आप भी अपने खाते से रियल टाइम में पैसों को दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं।

By Atul SinghEdited By: Published: Wed, 01 Jun 2022 06:11 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jun 2022 06:11 PM (IST)
डाकघरों में भी शुरू हुई RTGS व NEFT के जरिए मनी ट्रांसफर की सुविधा...आप भी जान‍िए इसके न‍ियम
रियल टाइम में पैसों को दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

जागरण संवाददाता, धनबाद : अब धनबाद जिले में भी डाकघर के माध्यम से लोग आरटीजीएस और एनईएफटी के जरिए मनी ट्रांसफर सुविधा का लाभ ले सकेंगे। खास बात यह है की आप भी अपने खाते से रियल टाइम में पैसों को दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं। यह सुविधा डाकघरों में बचत खाता रखने वाले ग्राहकों को ही मिलेगा और केवल वहीं आरटीजीएस और एनईएफटी सुविधा का फायदा उठा सकेंगे। पहले के मुकाबले अब लोगों को डाकघर के जरिए पैसा भेजना और आसान हो जाएगा। प्रधान डाकघर धनबाद के वरीय डाकपाल राजकुमार विद ने बताया कि एनईएफटी और आरटीजीएस सुविधा शुरू होने से डाकघर के बचत खाताधारक अपने खाते का इस्तेमाल बैंक खाते की तरह कर सकेंगे।

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पूरे धनबाद जिले में करीब पांच लाख डाकघर के बचत खाता धारक है। जिन्हें इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि एनईएफटी नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर एक इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट मोड है। इसमें एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में पैसों का लेनदेन किया जाता है। इंटरनेट बैंकिंग के जरिए खाताधारक इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। वरिया डाकपाल ने बताया कि दस हजार रुपए तक लेन देन के लिए 2.50 रुपए के साथ जीएसटी का भुगतान करना होगा।

10 हजार रुपये से ऊपर एक लाख रुपये तक के लेनदेन के लिए पांच रुपये के साथ जीएसटी को जोड़कर शुल्क देना होगा। एक लाख से ज्यादा और दो लाख रुपए तक के लेनदेन के लिए 15 रुपये के साथ जीएसटी का भुगतान करना होगा। दो लाख से ज्यादा के लेन-देन के लिए 25 रुपये के साथ जीएसटी का भुगतान करना होगा। उन्होंने बताया कि डाकघर बचत खाता के ग्राहकों के लिए एक ही आईएफएससी कोड होगा, जो सभी ब्रांच और पोस्ट ऑफिस के लिए लागू होगा। पोस्ट ऑफिस को सभी सेविंग, पीपीएफ और एसएसए पासबुक के पहले पेज पर आईएफएससी कोड प्रिंट करना होगा। क्योंकि एनईएफटी और आरटीजीएस के लिए आईएफएससी कोड का होना जरूरी है बगैर इसके फंड ट्रांसफर नहीं हो पाएगा।


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