कोलियरी विस्तार के लिए 3200 हरे-भरे पेड़ों की बलि, ग्रामीण एकता मंच विरोध में Dhanbad News
सर्वाधिक प्रदूषित इलाकों में शुमार इस इलाके में पेड़ों को काटने से लोग आक्रोशित हैं। ग्रामीण एकता मंच ने इसके खिलाफ न्यायालय की शरण में जाने का निर्णय लिया है।
पुटकी, जेएनएन। बीसीसीएल के पुटकी बलिहारी क्षेत्र द्वारा कोलियरी विस्तारीकरण के लिए भारी पैमाने पर पेड़ों की कटाई की जा रही है। विस्तारीकरण से करकेंद के प्रसिद्ध नेहरू उद्यान को तो संकट उत्पन्न हो ही गया है पर्यावरण को भी भारी नुकसान पहुंचने का खतरा हो गया है। कोयला खनन में लगी आउटसोर्सिग कंपनी द्वारा नेहरू उद्यान के पीछे व गोपालीचक मुंडा पट्टंी में पेड़ों की कटाई तेजी से की जा रही है।
अधिक पेड़ काट रही कंपनी, अदालत में देंगे चुनौती
इधर सर्वाधिक प्रदूषित इलाकों में शुमार इस इलाके में पेड़ों को काटने से लोग आक्रोशित हैं। ग्रामीण एकता मंच ने इसके खिलाफ न्यायालय की शरण में जाने का निर्णय लिया है। मंच अध्यक्ष बबलू सिंह ने कहा है कि गोपालीचक मुंडा पट्टी व करकेंद नेहरू उद्यान के पीछे बीसीसीएल द्वारा स्वीकृति से अधिक पेड़ों की कटाई की जा रही है। सबसे प्रदूषित शहर धनबाद होने के खतरे के बीच बीसीसीएल द्वारा इस प्रकार की हरकत सीधे-सीधे मानव जीवन के साथ खिलवाड़ है। मंच इसके खिलाफ शीघ्र ही न्यायालय की शरण में जाएगा।
कंपनी के मुताबिक 3200 हरे-भरे पेड़ों को काटा जाएगा। इसकी स्वीकृति ली जा चुकी है। गोपालीचक ओपेन कास्ट प्रोजेक्ट के विस्तारीकरण के लिए कोर्ट के निर्देश पर गठित हाई पावर कमेटी की अनुशसा पर वन विभाग की ओर से 3200 वृक्षों की कटाई की स्वीकृति मिली है। स्वीकृति से एक भी अधिक पेड़ नहीं काटे जाएंगे।
-जीके मेहता, परियोजना पदाधिकारी, गोपालीचक कोलियरी