इनका दिल भी जरूरतमंदों के लिए धड़कता है, सेवा का जज्बा भी है! पुलिस समझती ही नहीं Dhanbad News
सुनयना हाथ जोड़कर मिन्नत करती रहीं लेकिन पुलिसवाले सुनने को तैयार नहीं थे। सुनयना मोहल्ले के ही एक युवक के साथ बाइक से सामान लेने निकलीं थीं।
धनबाद, जेएनएन। समाज इन्हें मुख्यधारा से जोडऩे पर परहेज करता है। बहुत कम लोग हैं जो इनसे बात करना या खड़े होना पसंद करते होंगे। लेकिन ये भी इस समय मुश्किल की घड़ी में अपना फर्जी निभा रही हैं। बावजूद इनके साथ अच्छा सलूक नहीं किया जा रहा है। यह किन्नर समाज है। सुनयना किन्नर बेसहारा एवं जरूरतमंदों के बीच पिछले कुछ दिनों से राशन बांट रही हैं। शनिवार को भी राशन खरीदने निकलीं, लेकिन इन्हें जोड़ाफाटक रोड के पास रोक लिया गया। पुलिस के जवानों ने खूब खरी खोटी सुनाई।
सुनयना हाथ जोड़कर मिन्नत करती रहीं, लेकिन पुलिसवाले सुनने को तैयार नहीं थे। सुनयना मोहल्ले के ही एक युवक के साथ बाइक से सामान लेने निकलीं थीं। पुलिस वालों का कहना था कि बाइक से क्यों निकलीं, पैदल जाना चाहिए था। इसपर सुनयना ने कहा घर दूर है, सोचा जल्दी से राशन ले लेंगे और जरूरतमंदों में बांट आएंगे। जब सुनयना रोने लगी तो पुलिस के जवानों ने जाने दिया। सुनयना ने बताया सीमा किन्नर और हमारे गुरु लगातार राशन बांट रहे हैं। आज हमारी बारी थी, लेकिन पुलिस वालों ने गाड़ी का पेपर नहीं है, नंबर प्लेट नहीं है, बाइक से क्यों निकली बोलकर परेशान करने लगे। हम भी तो समाज के अंग है। किन्नरों को रोका जा रहा है, आम पब्लिक भी तो निकल रही है। इन्हें नहीं रोका गया। एक तो हमसे कोई बात नहीं करना चाहता, किसी तरह पड़ोस में मिन्नत की तो एक लड़के ने मदद की।