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पीएमसीएच में फिर आएगी मरीजों की शामत

पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल धनबाद में फिर से मरीजों की शामत आने वाली है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Aug 2018 02:43 PM (IST)Updated: Wed, 29 Aug 2018 02:43 PM (IST)
पीएमसीएच में फिर आएगी मरीजों की शामत
पीएमसीएच में फिर आएगी मरीजों की शामत

जागरण संवाददाता, धनबाद : पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल धनबाद में फिर से मरीजों की शामत आने वाली है। मरीज तड़पते रहेंगे लेकिन इलाज नहीं होगा। ऐसा हड़ताल के कारण होगा। आउटसोर्सिग कर्मियों ने 3 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए प्राचार्य और अधीक्षक को नोटिस दी है। कहा है, वेतन मिलने तक काम नहीं करेंगे।

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आउटसोर्स कर्मियों के भरोसे अस्पातल : आउटसोर्स कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से पीएमसीएच की व्यवस्था चरमरा जाएगी। 20 व 21 अगस्त को हड़ताल के दौरान अस्पताल में बड़ी संख्या में मरीजों का पलायन हो गया था। दर्जनों ऑपरेशन टालने पड़े थे। यहां 400 से अधिक आउटसोर्स कर्मी-नर्स, टेक्नीशियन, पारा मेडिकल कर्मी, वार्ड ब्वॉय कार्यरत हैं। जबकि पीएमसीएच में स्थायी कर्मचारियों की संख्या 100 भी नहीं है।

पीएमसीएच में कार्यरत हैं 425 आउटसोर्स कर्मी: पीएमसीएच में 425 आउटसोर्सिंग कर्मचारी हैं। अपनी मांगों को लेकर कर्मचारियों 20 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे। धनबाद के मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल के अनुरोध पर कर्मचारियों ने अगले दिन शाम को हड़ताल स्थगित कर दी थी। साथ ही मांगे नहीं पूरी होने पर चार दिन बाद हड़ताल पर जाने की चेतावनी भी दी थी। चार दिन बाद जब मागें पूरी नहीं हुई तो मंगलवार को कर्मचारियों ने मेयर से मुलाकात की। इस मुद्दे पर मेयर ने कर्मचारियों को एसडीएम से बातचीत करने को कहा। इसके बाद कर्मचारी नाराज हो गए। उन्होंने पुन: हड़ताल पर जाने की नोटिस प्रबंधन को दी है।

एजेंसी करती कम भुगतान: पीएमसीएच में मेसर्स एडवांस बिजनेस कॉर्पोरेट और श्रीराम इंटरप्राइजेज पीएमसीएच में मैनपावर उपलब्ध कराती है। यह एजेंसी कर्मचारियों को तय वेतन-भत्ता से कम भुगतान करती है। तीन साल से कार्यरत एजेंसी कर्मियों को पीएम, ईएसआई कटौती का कोई प्रमाण नहीं दे रही हैं। बोनस का भी भुगतान नहीं किया। इन सब मांगों को लेकर कर्मी आंदोलनरत हैं। ------------------

आउटसोर्स कर्मियों की पांच प्रमुख मागें 1. बढ़ी हुई दर से वेतन।

2. बकाया वेतन का भुगतान।

3. ईपीएफ-ईएसआई का जो पैसा जमा नहीं हुआ, उसका भुगतान।

4. ईपीएफ-ईएसआई नियमित जमा किया जाय।

5. तीन साल का बकाया बोनस भुगतान किया जाय। -----------------------

कर्मचारियों ने फिर से हड़ताल पर जाने की नोटिस दी है। आउटसोर्सिग एजेंसियों और कर्मचारियों से बातचीत की जा रही है। उम्मीद करते हैं कि समस्या का समाधान निकल जाएगा।

डॉ. तुनुल हेमरोप, अधीक्षक, पीएमसीएच।


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