जमीन मापी के लिए Co के नाम पर लाखों वसूल, पंप संचालक ने आत्मदाह का किया प्रयास Dhanbad News
सचदेवा का कहना था कि वे अपनी जमीन का सत्यापन करने के लिए 14 माह से अंचल कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। कर्मचारी रमेश (अमीन) ने अंचल अधिकारी के नाम पर लाखों रुपये वसूल लिए।
By MritunjayEdited By: Published: Sat, 31 Aug 2019 03:00 PM (IST)Updated: Sat, 31 Aug 2019 03:00 PM (IST)
बलियापुर, जेएनएन। कांड्रा निवासी व्यवसायी व आयुष फाउंडेशन अध्यक्ष जय कुमार सचदेवा ने बलियापुर अंचल अधिकारी मोहम्मद असलम के सामने उनके कार्यालय में आत्मदाह का प्रयास किया। शरीर पर ज्वलनशील प्रदार्थ उड़ेलकर सचदेवा जैसे ही माचिस की तिल्ली जलाने वाले थे कि अंचल अधिकारी और कर्मचारियों ने उन्हें पकड़ आत्मदाह करने से रोका।
बलियापुर अंचल कार्यालय में शनिवार को आश्चर्यजनक घटना हुई। शनिवार को बलियापुर के सीओ मो. असलम के दफ्तर में पाथरडीह के पेट्रोल पंप संचालक जय कुमार सचदेवा ने केरोसिन उड़ेलकर आत्मदाह का प्रयास किया। महीनों दौडऩे के बाद भी वे अपनी जमीन पंजी 2 में ऑनलाइन दर्ज कराने में विफल रहे थे। उन्होंने आठ लाख चढ़ावा देने का भी दावा किया गया। आखिरकार व्यवस्था से तंग आकर उन्होंने शनिवार को सीओ के कार्यालय में आत्मदाह का प्रयास किया। अंचलाधिकारी एवं कार्यालय कर्मियों ने बीच-बचाव कर उन्हें रोका। कांड्रा बस्ती के निवासी सचदेवा ने बताया कि रांगामाटी मौजा में उनकी एक एकड़ जमीन है। जमीन 1988 में रतनलाल से खरीदी गई थी। जमीन की रसीद भी कटती है। जमीन की मूल जमाबंदी में इसका रकबा एक एकड़ से घटकर एक डिसमिल अंकित हो गया था। इसके सुधार के लिए भूमि सुधार उप समाहर्ता धनबाद को आवेदन दिया था। उनके आवेदन पर नियमानुसार कार्रवाई करने का आदेश डीसीएलआर ने अंचलाधिकारी बलियापुर को दिया है। सुधार के लिए वे अंचल कार्यालय का दो महीने से चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन काम नहीं हुआ। तंग आकर यह कदम उठाया। इधर अंचलाधिकारी का कहना है कि जिस जमीन का कागजात सुधारने के लिए आवेदक द्वारा अनुरोध किया गया है। वह नियम अनुकूल नहीं है। आत्मदाह का प्रयास करने वाले जय कुमार के नाम से भूमि नहीं है। उन्होंने अनावश्यक दबाव बनाकर गलत कार्य कराने का प्रयास तथा सरकारी कार्य में बाधा डालने का काम किया। सीओ ने बलियापुर के थाना प्रभारी को शिकायत कर नियमानुसार कार्रवाई करने की मांग की है।
यह है मामला : रांगामाटी हवाई पट्टी के पीछे एक एकड़ जमीन वर्ष 1988 में जय कुमार के बड़े भाई स्व. श्रीप्रकाश लीलानी ने चाचा रतनलाल से खरीदी थी। जिसका म्यूटेशन 1994 में हुआ था, जबकि जमाबंदी रसीद वर्ष 2008-09 तक कटी थी। ऑनलाइन में एक एकड़ की जगह एक डिसमिल जमीन ही चढ़ा था। स्व.श्रीप्रकाश के पिता का नाम भी गलत अंकित हो गया था। कांड्रा स्थित उनके मकान की भी जमाबंदी रसीद नहीं कट रही थी। पिछले साल जून से जमीन में सुधार व जमाबंदी रसीद कटाने के लिए वे बलियापुर अंचल कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। सचदेवा के अनुसार उनकी मुलाकात सीओ कार्यालय के एक अमीन से हुई। उसने बताया कि सब सरकारी जमीन में चढ़ गया है। आनलाइन सर्वे का कार्य पूरा नहीं हुआ है। कुछ खर्चा करने पर सब ठीक करवा देंगे। 14 से 15 माह में सचदेवा ने किस्तों में उसे आठ लाख रुपये दिया। जय कुमार ने बताया कि बलियापुर अंचल कार्यालय जाने पर जमीन बेचने के लिए भी दबाव बनाया गया। अमीन बोला कि जमीन हाथों हाथ बेचवा देंगे। खरीददार भी बगल में हैं। एडवांस ले लीजिए। दो चार दिन में जमीन भी ट्रांसफर हो जाएगा। इससे आर्थिक, मानसिक व शारीरिक रूप से तंग होकर मैंने आत्मदाह करने का मन बना लिया था। जय कुमार सचदेवा का चासनाला में भारत पेट्रोलियम का पाथरडीह पेट्रोल सप्लाई कंपनी नाम से पंप है।
बलियापुर अंचल कार्यालय में शनिवार को आश्चर्यजनक घटना हुई। शनिवार को बलियापुर के सीओ मो. असलम के दफ्तर में पाथरडीह के पेट्रोल पंप संचालक जय कुमार सचदेवा ने केरोसिन उड़ेलकर आत्मदाह का प्रयास किया। महीनों दौडऩे के बाद भी वे अपनी जमीन पंजी 2 में ऑनलाइन दर्ज कराने में विफल रहे थे। उन्होंने आठ लाख चढ़ावा देने का भी दावा किया गया। आखिरकार व्यवस्था से तंग आकर उन्होंने शनिवार को सीओ के कार्यालय में आत्मदाह का प्रयास किया। अंचलाधिकारी एवं कार्यालय कर्मियों ने बीच-बचाव कर उन्हें रोका। कांड्रा बस्ती के निवासी सचदेवा ने बताया कि रांगामाटी मौजा में उनकी एक एकड़ जमीन है। जमीन 1988 में रतनलाल से खरीदी गई थी। जमीन की रसीद भी कटती है। जमीन की मूल जमाबंदी में इसका रकबा एक एकड़ से घटकर एक डिसमिल अंकित हो गया था। इसके सुधार के लिए भूमि सुधार उप समाहर्ता धनबाद को आवेदन दिया था। उनके आवेदन पर नियमानुसार कार्रवाई करने का आदेश डीसीएलआर ने अंचलाधिकारी बलियापुर को दिया है। सुधार के लिए वे अंचल कार्यालय का दो महीने से चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन काम नहीं हुआ। तंग आकर यह कदम उठाया। इधर अंचलाधिकारी का कहना है कि जिस जमीन का कागजात सुधारने के लिए आवेदक द्वारा अनुरोध किया गया है। वह नियम अनुकूल नहीं है। आत्मदाह का प्रयास करने वाले जय कुमार के नाम से भूमि नहीं है। उन्होंने अनावश्यक दबाव बनाकर गलत कार्य कराने का प्रयास तथा सरकारी कार्य में बाधा डालने का काम किया। सीओ ने बलियापुर के थाना प्रभारी को शिकायत कर नियमानुसार कार्रवाई करने की मांग की है।
यह है मामला : रांगामाटी हवाई पट्टी के पीछे एक एकड़ जमीन वर्ष 1988 में जय कुमार के बड़े भाई स्व. श्रीप्रकाश लीलानी ने चाचा रतनलाल से खरीदी थी। जिसका म्यूटेशन 1994 में हुआ था, जबकि जमाबंदी रसीद वर्ष 2008-09 तक कटी थी। ऑनलाइन में एक एकड़ की जगह एक डिसमिल जमीन ही चढ़ा था। स्व.श्रीप्रकाश के पिता का नाम भी गलत अंकित हो गया था। कांड्रा स्थित उनके मकान की भी जमाबंदी रसीद नहीं कट रही थी। पिछले साल जून से जमीन में सुधार व जमाबंदी रसीद कटाने के लिए वे बलियापुर अंचल कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। सचदेवा के अनुसार उनकी मुलाकात सीओ कार्यालय के एक अमीन से हुई। उसने बताया कि सब सरकारी जमीन में चढ़ गया है। आनलाइन सर्वे का कार्य पूरा नहीं हुआ है। कुछ खर्चा करने पर सब ठीक करवा देंगे। 14 से 15 माह में सचदेवा ने किस्तों में उसे आठ लाख रुपये दिया। जय कुमार ने बताया कि बलियापुर अंचल कार्यालय जाने पर जमीन बेचने के लिए भी दबाव बनाया गया। अमीन बोला कि जमीन हाथों हाथ बेचवा देंगे। खरीददार भी बगल में हैं। एडवांस ले लीजिए। दो चार दिन में जमीन भी ट्रांसफर हो जाएगा। इससे आर्थिक, मानसिक व शारीरिक रूप से तंग होकर मैंने आत्मदाह करने का मन बना लिया था। जय कुमार सचदेवा का चासनाला में भारत पेट्रोलियम का पाथरडीह पेट्रोल सप्लाई कंपनी नाम से पंप है।
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