प्रदूषण जांच के फेर में फंसे 15 पेट्रोल पंप, तीन महीने के लिए लाइसेंस निलंबित Dhanbad News
जिले में शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 140 पेट्रोल पंप है। परिवहन विभाग की सख्ती के बाद करीब 50 प्रतिशत पंपों ने प्रदूषण जांच केंद्र खोल लिया है।
धनबाद, जेएनएन। परिवहन विभाग के निर्देश को गंभीरता से नहीं लेन पर परिवहन विभाग ने कार्रवाई करते हुए जिले के 15 पेट्रोल पंपों का लाइसेंस तीन माह के लिए निलंबित कर दिया है। अभी कई और पेट्रोल पंपों के आवेदन की जांच की जा रही है। ऐसी संभावना है कि लाइसेंस निलंबन की सूची में पेट्रोल पंपों की संख्या बढ़ सकती है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पेट्रोल पंपों पर प्रदूषण जांच केंद्र खोलने का निर्देश दिया गया था। जिला परिवहन पदाधिकारी को विभागीय आदेश दिया गया था कि पेट्रोल पंपों पर प्रदूषण जांच केंद्र खोलवाएं। जो पंप प्रदूषण जांच उपकरण नहीं लगाते हैं उनपर कार्रवाई करें। जिले में शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 140 पेट्रोल पंप है। परिवहन विभाग की सख्ती के बाद करीब 50 प्रतिशत पंपों ने प्रदूषण जांच केंद्र खोल लिया है। 69 पेट्रोल पंपों की सूची परिवहन विभाग ने तैयार की थी जहां प्रदूषण जांच केंद्र नहीं था। परिवहन विभाग ने जब इन पंपों की जांच की तो कुछ ने ऑनलाइन तो कुछ पंपों ने ऑफलाइन आवेदन दे रखा है। वहीं विभाग अन्य बचे पंपों की जांच कर रहा है। बताते चले कि वाहनों के कारण बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार ने सभी पेट्रोल पंपों में प्रदूषण जांच केंद्रों की स्थापना का आदेश दिया था। जिसके बाद सभी पेट्रोल पंपों में प्रदूषण जांच केंद्र अनिवार्य कर दिया गया है। जिस पेट्रोल पंप में जांच केंद्र नहीं होगा उसका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। इसके लिए पंप संचालकों को न केवल नोटिस दिया गया था बल्कि विज्ञप्ति भी जारी किया गया था।
पेट्रोल पंपों पर प्रदूषण नियंत्रण केंद्र खोलना अनिवार्य कर दिया है। इसके लिए सभी पंपों को नोटिस, विज्ञप्ति और अन्य माध्यमों से जानकारी मुहैया कराई गई थी। बावजूद इसके कई पंपों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। जिले में कितने पंपों ने आवेदन किया है इसकी जांच के बाद प्रथम चरण में 15 पंपों पर कार्रवाई की गई है। कई और पंपों की जांच की जा रही है।
-ओमप्रकाश यादव, जिला परिवहन पदाधिकारी