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Jharkhand Unlock Guidelines 6.0: अवैध पार्किंग व आटोवालों की मनमानी से शहर की सड़कों पर चलना दूभर...मना करने पर जाते हैं उलझ

रेलवे स्टेशन जाना हो या फिर बैंक मोड़ या बरटांड़ के सिटी सेन्टर पहुंच कर खरीदारी करने की योजना है तो आपको घर से थोड़ा पहले निकले की आदत डाल लेनी हाेगी। यहां बेतरतीब आटो चलानेवालों अवैध पार्क‍िंग व्‍यवस्‍था आपके ल‍िए खड़ी कर सकती परेशानी।

By Atul SinghEdited By: Published: Thu, 08 Jul 2021 11:54 AM (IST)Updated: Thu, 08 Jul 2021 04:12 PM (IST)
Jharkhand Unlock Guidelines 6.0: अवैध पार्किंग व आटोवालों की मनमानी से शहर की सड़कों पर चलना दूभर...मना करने पर जाते हैं उलझ
स्टेशन जाना हो या फिर बैंक मोड़ या बरटांड़ के सिटी सेन्टर पहुंच कर खरीदारी करने की योजना है ।

अजय कुमार पांडेय, धनबाद : रेलवे स्टेशन जाना हो या फिर बैंक मोड़ या बरटांड़ के सिटी सेन्टर पहुंच कर खरीदारी करने की योजना है तो आपको घर से थोड़ा पहले निकले की आदत डाल लेनी हाेगी। कारण यहां बेतरतीब आटो चलानेवालों से लेकर उनके जहां तहां गाड़ी खड़ी करने से लगने वाला जाम आपका काफी समय ले सकता है।

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ये कोई एक दिन का मामला नहीं है। बल्कि सालों भर शहर के सभी महत्वपूर्ण इलाकों की यह राेजमर्रा की दिनचर्या बन चुकी है। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका महज इस जाम और अवैध पार्किंग से लोगों को छुटकारा दिलाने की योजना बनाने तक ही सिमट कर रह गयी है। पिछले दो सालों में जहां शहर की सड़कों पर गाड़ियों की संख्या दो गुनी से भी ज्यादा हो गयी है, वहीं बैठक दर बैठक बनी योजना आज भी फाइलों में अधिकारियाें की मेज पर पड़ी धूल खा रही हैं।

सोमवार को जब हमने इसकी बाबत पड़ताल की तो कई रोचक मामले सामने सामने आये। लोगों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए कुछ समय पहले नगर निगम के अधिकारियों ने पूरी गंभीरता दिखाई। लेकिन इस चक्कर में उन्होंने बरटांड स्थित सिटी टावर के सामने वाली सड़क के एक हिस्से को ही पार्किंग की जगह मान उसे एलाट कर दिया। नतीजा सभी के सामने है।

सिटी टावर में एक प्रतिष्ठित ब्रांड के शो रूम में काम करनेवाले मनोज ने बताया कि सामान्य बिजनेस के समय तो नहीं लेकिन पीक आवर में यहां पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। आटोवालों को मना करने पर वह मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। पूरे मार्केट काम्प्लेक्स के लोगों ने संबंधित अधिकारियों मे मिल कर इसकी दर्जनों बार लिखित और मौखिक शिकायत की। लेकिन आजतक कुछ नहीं हुआ।

कुछ ऐसी ही कहानी दिल्ली जानेवाली ट्रेन पकड़ने रेलवे स्टेशन आये दीपक कुमार ने बतायी। उनका कहना था कि रेलवे स्टेशन के बाहर आटो वालों की मनमानी पार्किंग के कारण लोगों को कई तरह की परेशानियों से दो चार होना पड़ता है। कभी कभी तो नौबत ट्रेन छूटने तक की आ जाती है।

पार्क मार्केट, बैंक रोड सहित पुराना बाजार और रागाटांड़ की स्थिति तो और भी बदतर है। एक् तो संकीर्ण रास्ता दूसरे आटोवालों की मनमौजी तरीके से पार्क की गयी गाड़ियों के कारण पैदल चलना भी मानों किसी जंग जीतने से कम नहीं।

इस बारे में जब डीएसपी ट्रैफिक राजेश कुमार से पूछा गया तो उनका कहना था कि हाल ही में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित कर इन मुद़दों पर चर्चा की गयी थी। जिसमें मुख्य रूप से पार्किंग को ही ध्यान में रखा गया था। इसके तहत बैंक रोड, हटिया मोड़, स्टील गेट के आसपास मल्टी स्टोरी पार्किंग के लिए जगह चिंहित किया जा चुका है। जल्द ही इस पर काम शुरु कर दिया जाएगा। वहीं बरटांड स्थित सिटी सेन्टर के पास जगह चिंहित किया जाना है। वहीं नगर निगम के अधिकारियों से भी आग्रह किया गया है कि सड़क किनारे किसी भी जगह को पार्किंग के लिए बंदोबस्त ना करे।


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