हैप्पी बर्थ डे! 20 साल की हो गयी सियालदह राजधानी, पहली बार एक जुलाई को पटरी पर उतरी थी ट्रेन Dhanbad News
सियालदह-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस ने अपने शानदार सफर के दो दशक पूरे कर लिए। आज ही के दिन साल 2000 में एक जुलाई को पहली बार सियालदह राजधानी पटरी पर उतरी थी।
धनबाद, जेएनएन। सियालदह-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस ने अपने शानदार सफर के दो दशक पूरे कर लिए। आज ही के दिन साल 2000 में एक जुलाई को पहली बार सियालदह राजधानी पटरी पर उतरी थी। पश्चिम बंगाल से नई दिल्ली को जोड़ने वाली हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस के बाद यह दूसरी सबसे तेज चलने वाली ट्रेन है। 20 साल पूरी कर चुकी ट्रेन का जन्मदिन लोग ट्विटर पर मना रहे हैं।
देश की पहली स्वर्ण ट्रेन : यात्रा अनुभव में सुधार के लिए रेल मंत्रालय ने परियोजना स्वर्ण के तहत दिसंबर 2017 में जिन ट्रेनों का चुनाव किया। उनमें देश की पहली स्वर्ण राजधानी बनने का गौरव इसी ट्रेन को मिला।
क्या क्या हुए थे बदलाव : कोच के अंदर की दशा, प्रसाधन, अंदर सफाई की स्थिति, समय की पाबंदी, खान-पान, बिस्तर, स्टाफ का व्यवहार, सुरक्षा, कोच के अंदर मनोरंजन सुविधा, रीयल टाइम फ़ीडबैक।
35 लाख खर्च कर बना था स्वर्ण कोच : रेक को विकसित करने के लिए 35 लाख रुपये का खर्च किये गए थे। प्रति कोच दो लाख रुपये से कम की लागत आई थी।
22 मार्च से बंद है ट्रेन, स्पेशल की लिस्ट में भी नहीं : सियालदह-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस 22 मार्च से बंद है। स्पेशल के तौर पर जिन ट्रेनों को चलाने की प्लानिंग है, उनमें भी इस ट्रेन को शामिल नहीं किया गया है।