कोरोना संक्रमित के शवों को दफनाए से जोड़ाफाटक के लोग आक्रोशित Dhanbad News
जोड़ाफाटक स्थित कब्रिस्तान में शवों को दफनाए जाने का विरोध स्थानीय निवासियों ने किया है। खास कर काेरोना पीड़ित मृत व्यक्तियों को यहां दफनाए जाने से आसपास के लोगों को आपत्ति है। जोड़ाफाटक कब्रिस्तान रोड के लोगों ने उपायुक्त धनबाद को आवेदन देकर अपनी व्यथा बतायी है।
धनबाद, जेएनएन : जोड़ाफाटक स्थित कब्रिस्तान में शवों को दफनाए जाने का विरोध स्थानीय निवासियों ने किया है। खास कर काेरोना पीड़ित मृत व्यक्तियों को यहां दफनाए जाने से आसपास के लोगों को आपत्ति है। इस मामले को लेकर जोड़ाफाटक कब्रिस्तान रोड के लोगों ने उपायुक्त धनबाद को आवेदन देकर अपनी व्यथा बतायी है।
करीब एक सौ लोगों के हस्ताक्षरयुक्त आवेदन के माध्यम से बताया गया है कि जोड़ाफाटक में इसाई समुदाय का कब्रिस्तान है। यहां पर कम से कम एक सौ से अधिक लोगों की कब्रें हैं। हाल के दिनों में यहां कोरोना संक्रमण से मौत हुए करीब 20 लोगों के शवों को दफनाया गया है।
यह शव काफी दूर दराज इलाकों से लाए गए हैं। कोरोना संक्रमित शवों को दफनाए जाने को लेकर यहां के लोगों में भय का माहौल व्याप्त है। लोगों में आक्रोश भी पनप रहा है। आवेदन देने वाले लक्की शर्मा, निर्मलजीत सिंह, बिनोद कुमार, हिमांशु प्रसाद समेत अन्य ने कहा कि घनी आबादी के बीच कब्रिस्तान होने और कोरोना संक्रमित शवों का दफनाए जाने से लोग डर कर रह रहे हैं।
परिवार के लोगों में भी भय बना हुआ है। यहां की आबादी बहुत अधिक है। ऐसे में लोगों ने मांग की है कि इसाई समुदाय के इस कब्रितस्तान को कहीं अन्यत्र स्थानांतरित किया जाए। विशेष कर कोरोना संक्रमण से मरने वालों को दफनान के लिए जिला प्रशासन अलग जगह चिन्हित करेंं और वहीं सारी रश्में अदा की जाए। वैसे भी जोड़ाफाटक का यह कब्रिस्तान बहुत पुराना है। लोगों ने उपायुक्त से इस मामले पर त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह किया है।