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यूरिया युक्त पशुचारा गोवंश के लिए हानिकारक

धनबाद : गोवंश का संवर्धन और संरक्षण के साथ किसानों की आमदनी बढ़ाना पतंजलि ग्रामोद्योग

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Nov 2018 10:04 PM (IST)Updated: Sun, 18 Nov 2018 10:04 PM (IST)
यूरिया युक्त पशुचारा गोवंश के लिए हानिकारक
यूरिया युक्त पशुचारा गोवंश के लिए हानिकारक

धनबाद : गोवंश का संवर्धन और संरक्षण के साथ किसानों की आमदनी बढ़ाना पतंजलि ग्रामोद्योग का मकसद है। इसके लिए पतंजलि पूरे देश में किसानों और गोपालकों को संगठित कर रहा है। यूरिया युक्त पशुचारा का उपयोग गोवंश के लिए खतरा है। इसकी रोकथाम के लिए किसानों को जागरूक किया जा रहा है। यह बातें पतंजलि ग्रामोद्योग के पशु पोषण व स्वास्थ्य विभाग के जोनल प्रबंधक बाल मुकुंद कदमवाला ने रविवार को एक होटल में कहीं। इसमें बड़ी संख्या में किसानों ने हिस्सा लिया। बकौल कदमवाला, पूरे देश में रोजगार को बढ़ावा और गुणवत्ता युक्त दूध उत्पादन कर लोगों के स्वास्थ्य में सुधार करने की कोशिश की जा रही है। 1965 से देश में पशुचारा का उत्पादन हो रहा है। इसमें यूरिया मिलाई जाती है। इससे पशुओं की सेहत पर खराब असर पड़ता है। पतंजलि इस यूरिया युक्त पशुचारा का बहिष्कार करती है। इसको लेकर प्रतिदिन किसानों से जुड़े 50 संगठनों के साथ वार्ता की जा रही है। जिला स्तर पर किसानों को संगठित किया जा रहा है। पशु आहार के उत्पादन में सुधार का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए किसान जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। पतंजलि की ओर से राज्य स्तर पर पशु चिकित्सक रखा गया है। जो गोपालकों की मदद करेगा। जिला और प्रखंड स्तर पर भी ऐसे चिकित्सक की नियुक्ति पतंजलि करेगी। साथ ही, देशी गाय की नस्ल सुधारने का भी प्रयास पतंजलि कर रही है। इस अभियान से जुड़ने के लिए सोमवार से लोगों का निबंधन कार्य शुरू होगा।

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