पारा शिक्षकों के घर नहीं जला चूल्हा
धनबाद : स्थायीकरण, छत्तीसगढ़ के समान मानदेय समेत अन्य मांगें पूरी नहीं होने पर पारा शिक्षका
धनबाद : स्थायीकरण, छत्तीसगढ़ के समान मानदेय समेत अन्य मांगें पूरी नहीं होने पर पारा शिक्षकों का अनिश्चितकालीन हड़ताल लगातार जारी है। सरकार की चेतावनी के बाद भी मंगलवार को पारा शिक्षक हड़ताल पर रहे। सिर्फ हड़ताल ही नहीं बल्कि पारा शिक्षकों के यहां चूल्हा भी नहीं जला। एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के उपाध्यक्ष अशोक चक्रवर्ती, प्रखंड अध्यक्ष मनोज राय, श्यामा प्रसाद ओझा, जुनैद अंसारी समेत अधिकतर पारा शिक्षकों के घरों में खाना नहीं बना। जिले में कार्यरत कुल 2869 पारा शिक्षकों में से 2766 पारा शिक्षक हड़ताल पर रहे। पढ़ाई बाधित होने को गंभीरता से लेते हुए झारखंड शिक्षा परियोजना धनबाद ने जिले भर में 525 नियमित शिक्षकों का प्रतिनियोजन किया है। जिस प्रखंड के पारा शिक्षक हड़ताल पर वहां उसी प्रखंड के शिक्षकों का प्रतिनियोजन किया गया है। सबसे अधिक गोविंदपुर प्रखंड में 125 शिक्षकों का प्रतिनियोजन किया गया है। नियमित शिक्षकों द्वारा प्रतिनियोजन का विरोध करते हुए संबंधित स्कूलों में योगदान नहीं देने की सूचना है। शिक्षा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार पारा शिक्षकों के अनुपस्थित होने की वजह से 91 स्कूल बंद रहे। पारा शिक्षकों की अनुपस्थिति 96.41 फीसद रही।
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धनबाद के एक भी नियमित शिक्षकों ने नहीं दिया योगदान
राज्य परियोजना निदेशक के निर्देश पर पारा शिक्षकों के हड़ताल की वजह से प्रभावित स्कूलों में जिले भर से 616 नियमित सरकारी शिक्षकों का प्रतिनियोजन किया गया। इसमें से 525 शिक्षकों ने योगदान दे दिया। इसकी वजह से बंद स्कूलों में पठन-पाठन शुरू हो गया, लेकिन धनबाद प्रखंड के एक भी नियमित शिक्षकों ने स्कूलों में योगदान नहीं दिया। धनबाद प्रखंड में 36 शिक्षकों का प्रतिनियोजन किया गया था। निरसा, तोपचांची और टुंडी प्रखंड के सभी विद्यालय खुले रहे। यहां नियमित शिक्षकों ने योगदान दिया।
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कितने पारा शिक्षक रहे हड़ताल पर, कितने शिक्षकों का प्रतिनियोजन
प्रखंड कार्यरत हड़ताल पर प्रतिनियोजन योगदान
बाघमारा 390 385 84 84
बलियापुर 335 333 73 42
धनबाद 196 172 36 शून्य
गोविंदपुर 604 594 142 125
झरिया 138 105 11 07
निरसा 372 351 108 108
तोपचांची 305 301 48 48
टुंडी 360 359 62 62
पूर्वी टुंडी 169 166 52 49
कुल 2869 2766 616 525
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पत्नी व बच्चों के साथ पारा शिक्षकों ने किया सामूहिक उपवास
पुटकी : पारा शिक्षक मंगलवार को अपने बच्चों, पत्नी व अन्य परिजनों के साथ सामूहिक अवकाश पर रहे। पुटकी क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों में कार्यरत 40 पारा शिक्षकों एवं शिक्षा मित्रों पर आश्रित उनके परिजनों ने उपवास किया। किसी के घर चूल्हा नहीं जला। वरीय जिला उपाध्यक्ष अशोक चक्रवर्ती एवं प्रखंड अध्यक्ष मनोज राय ने बताया कि सत्ता पर बैठे लोग 15 वर्षो से पारा शिक्षकों की मांगों पर अब तक आश्वासन देते आए हैं। सरकार की ओर से कमेटी गठित कर पाच राज्यों का दौरा भी किया गया, इसमें छत्तीसगढ़ व बिहार राज्य की तर्ज पर यहा के पारा शिक्षकों को सुविधा मुहैया कराने के लिए नियमावली बनाने की बात कही गई थी। इसपर अभी तक कोई पहल नहीं की गई है। गिरफ्तार सभी पारा शिक्षकों को सरकार बिना शर्त रिहा नहीं करती है तो 21 नवंबर को शिक्षक अपने-अपने परिवार व बच्चों के साथ जेल भरो आदोलन करेंगे। सामूहिक उपवास कार्यक्रम में अशोक चक्रवर्ती, मनोज राय, रवींद्रनाथ महतो, शिक्षा मित्र संघ के गोरखनाथ गुप्ता, प्रह्लाद प्रसाद, बीगू कुमार, राधेश्याम वर्मा, वीणा सिन्हा, रंजीत महतो, तपन कुमार महतो, शिवदयाल, रवींद्र शर्मा, बुद्धेश्वर राम, मनोज कुमार साहनी, दिलीप रजक, दिलीप कुमार रवानी, रंजन महतो, प्राण महतो, कैलाश पंडित, श्रीनिवास प्रसाद आदि थे।
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इनके यहां भी नहीं जला चूल्हा
- अशोक चक्रवर्ती (श्रीनगर पुटकी) : चूल्हा नहीं जला। माता-पिता, पत्नी व इकलौता बेटा भी सामूहिक उपवास पर रहे। अशोक वर्ष 2002 में पारा शिक्षक में बहाल हुए थे। तथा वर्तमान में इनका वेतन 8600 से दस हजार के बीच है। इसी राशि से बच्चे की पढ़ाई के साथ घर के पाच सदस्यीय परिवार का भरण पोषण होता है।
- श्यामा प्रसाद ओझा (श्रीनगर पुटकी) : पारा शिक्षक में इनकी बहाली 2004 में हुई। वेतन 10164 रुपये है। पति-पत्नी व दो बच्चे, मा, भाई समेत आठ परिवार के सदस्यों का जीवनयापन इसी आमदनी से होता है।
- जुनैद मंसूरी (पुटकी): मध्य विद्यालय पुटकी में कार्यरत शिक्षक का कहना है कि वर्ष 2004 में उनकी बहाली हुई थी। वर्तमान में इनका वेतनमान 10164 रुपये है। इनके ऊपर वृद्ध पिता के साथ पत्नी व छह बच्चों के भरण पोषण की जिम्मेवारी है।
- मनोज राय (केंदुआडीह राजपूत बस्ती) : पारा शिक्षक के रूप में 2005 में बहाली हुई। इनपर मा, भाई, पत्नी, दो बच्चों समेत कुल नौ सदस्यीय लोग आश्रित हैं। वर्तमान में 9448 रुपये मानदेय मिलता हैं।